क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2: स्मृति ईरानी की दमदार वापसी, बनीं टीवी की सबसे महंगी अभिनेत्री, इस एक्टर्स को छोड़ा पीछे

स्मृति ईरानी ने एक बार फिर छोटे पर्दे पर तहलका मचा दिया है। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ के जरिए उन्होंने दमदार वापसी की है और साथ ही वे भारतीय टेलीविज़न की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्री बन गई हैं।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 8 August 2025, 9:18 AM IST
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New Delhi: भारतीय टेलीविज़न की दुनिया में एक बार फिर स्मृति ईरानी का जलवा देखने को मिल रहा है। लोकप्रिय शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ के साथ स्मृति ने छोटे पर्दे पर धमाकेदार वापसी की है और साथ ही एक नया कीर्तिमान भी रच दिया है। इस शो में वे एक बार फिर तुलसी विरानी के अपने आइकोनिक किरदार में नजर आ रही हैं, जिसे दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्मृति ईरानी इस शो के हर एपिसोड के लिए 14 लाख रुपये की फीस ले रही हैं। इस हिसाब से वे भारतीय टेलीविज़न की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस बन गई हैं। शो के कुल 150 एपिसोड प्रसारित होने हैं, जिससे उनकी कुल कमाई 21 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है।

दीपिका पादुकोण को भी पीछे छोड़ा

सिर्फ टेलीविजन ही नहीं, स्मृति ईरानी ने बॉलीवुड की दिग्गज अदाकाराओं को भी फीस के मामले में पीछे छोड़ दिया है। उदाहरण के तौर पर, दीपिका पादुकोण को फिल्म ‘पठान’ के लिए 15 करोड़ रुपये की फीस मिली थी। वहीं स्मृति केवल टीवी शो से ही 21 करोड़ कमा रही हैं, जो उन्हें दीपिका से आगे खड़ा करता है।

टीवी इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार भी पीछे

स्मृति ईरानी ने टेलीविज़न के अन्य प्रमुख कलाकारों को भी पीछे छोड़ दिया है। उदाहरण के लिए, ‘अनुपमा’ की लीड एक्ट्रेस रूपाली गांगुली हर एपिसोड के लिए लगभग 3 लाख रुपये लेती हैं। हिना खान की फीस करीब 2 लाख रुपये, जबकि ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी हर एपिसोड के लिए लगभग 1.5 लाख रुपये लेते हैं।

स्मृति ईरानी ने खुद किया पुष्टि

एक इंटरव्यू में, जब उनसे पूछा गया कि क्या वे वाकई टीवी की सबसे अधिक फीस पाने वाली अभिनेत्री हैं, तो उन्होंने हंसते हुए कहा, “हां, मैं आपके चेहरे पर खुशी देख सकती हूं।” उन्होंने आगे कहा, “मैं एक प्रोफेशनल के तौर पर यह मानती हूं कि मेहनत का मूल्य मिलना चाहिए। हम कलाकार भी कर्मचारी हैं और हमें अपने अधिकारों के लिए खड़े रहना चाहिए। सिर्फ वेतन समानता ही नहीं, बल्कि गुणवत्ता और मेहनत के आधार पर भी हमारी पहचान होनी चाहिए।”

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Published : 
  • 8 August 2025, 9:18 AM IST