

स्टार प्लस के पॉपुलर सीरियल ‘अनुपमा’ में इन दिनों ड्रामा अपने चरम पर है। राही को न्याय दिलाने की जिद में अनुपमा का सामना अब पूरे गांव से हो रहा है। शो में चल रहे वर्तमान ट्रैक में अनुपमा की जिंदगी में नई चुनौतियां आ गई हैं।
अनुपमा अपने मिशन में सफल हो पाएगी
Mumbai: स्टार प्लस के सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक, 'अनुपमा', एक बार फिर अपने इमोशनल ड्रामे और सामाजिक संदेशों की वजह से दर्शकों के बीच चर्चा में है। शो में चल रहे वर्तमान ट्रैक में अनुपमा की जिंदगी में नई चुनौतियां आ गई हैं। इस बार मामला सिर्फ घर तक सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज के खिलाफ खड़ी नजर आ रही है।
ताजा एपिसोड की शुरुआत होती है अनुपमा के मंदिर जाने से, जहां उसकी मुलाकात प्रकाश से होती है। प्रकाश सबके सामने अनुपमा का शानदार स्वागत करता है और खुद को एक आदर्श सामाजिक कार्यकर्ता की तरह पेश करता है। वहां मौजूद लोग, खासकर महिलाएं, प्रकाश की तारीफ करती नजर आती हैं और अनुपमा के साथ तस्वीरें खिंचवाती हैं। इसी दौरान एक महिला अपनी बीमार बेटी के इलाज के लिए प्रकाश से मदद मांगती है।
हालांकि, अनुपमा को इस पूरे मामले में कुछ गड़बड़ लगती है। वह खुलासा करती है कि प्रकाश के ही एक आदमी ने उसकी बेटी राही के साथ छेड़खानी की है। यह सुनकर वहां मौजूद लोग हैरान रह जाते हैं, लेकिन प्रकाश पर कोई आरोप साबित करने से पहले ही लोग अनुपमा को चुप रहने के लिए कहने लगते हैं। गांववाले प्रकाश के समर्थन में खड़े हो जाते हैं और अनुपमा को झूठा साबित करने की कोशिश करते हैं।
अनुपमा का बड़ा खुलासा
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अनुपमा की नजर जब सोनू पर पड़ती है तो उसे शक होता है कि वही असली गुनहगार है। लेकिन उसकी बातों को नजरअंदाज कर गांव वाले उसे ही कटघरे में खड़ा कर देते हैं। प्रकाश भी पीछे नहीं हटता और पूरे गांव को अनुपमा के खिलाफ भड़काता है। अनुपमा अकेली पड़ जाती है, लेकिन हार मानने को तैयार नहीं होती।
आगामी एपिसोड में दिखाया जाएगा कि अनुपमा एक लड़की की जान बचाते हुए आखिरकार सोनू को रंगे हाथ पकड़ लेती है। यह बड़ा मोड़ राही केस को नया मोड़ दे सकता है। अनुपमा का सामना अब न सिर्फ गांववालों से है, बल्कि वह कानूनी रूप से भी न्याय की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
दूसरी ओर, कोठारी परिवार में भी भूचाल आया हुआ है। अंश, पराग की शह पर कोठारी एंपायर पर अपना अधिकार जताने लगता है। वसुंधरा इस घटनाक्रम से टूट जाती है जबकि बापूजी की देखभाल अब पराग करता नजर आ रहा है। सत्ता के इस खेल में गौतम की स्थिति कमजोर हो रही है।