Ayodhya: बिहार चुनाव में अयोध्या से सपा की जीत अब मॉडल के तौर पर पेश की जा रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सांसद अवधेश प्रसाद समेत अन्य नेता जनता को यह संदेश दे रहे हैं कि विकास और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता देना ही सही रास्ता है। उन्होंने मंच से भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति को झटका देने का उदाहरण दिया और अयोध्या की तर्ज पर बिहार में वोट की अपील की।
अयोध्या की सामान्य सीट पर मिली बड़ी जीत
2024 के लोकसभा चुनाव में राम मंदिर बन जाने के बावजूद भाजपा को अयोध्या समेत अवध की कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। अयोध्या की सामान्य सीट पर दलित प्रत्याशी अवधेश प्रसाद की जीत ने पूरे देश में हलचल मचा दी। इस जीत के बाद उनकी ख्याति बढ़ी और सपा ने उन्हें हर चुनावी मोर्चे पर आगे किया।
बिहार में स्टार प्रचारक अवधेश प्रसाद
बीते दिनों बिहार चुनाव में अवधेश प्रसाद को सपा का स्टार प्रचारक बनाया गया। चार नवंबर से ही वह राज्य की अलग-अलग विधानसभा सीटों पर जनसभा, रोड शो और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से जनता से संवाद कर रहे हैं। हर सभा में वह अयोध्या से अपनी जीत का उदाहरण देते हुए भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति को हराने का संदेश देते हैं और विकास व भाईचारे को वोट की प्राथमिकता बताने की अपील करते हैं।
अखिलेश यादव ने भी दी अयोध्या की मिसाल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बिहार के जमुई में आयोजित जनसभा में अयोध्या की जीत का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अवधेश प्रसाद ने वहीं जीत हासिल की, जहां भाजपा ने सांप्रदायिक राजनीति शुरू की और भाईचारे को बिगाड़ने का प्रयास किया। इस जीत ने पूरे देश में सामाजिक न्याय और सौहार्द का संदेश भेजा। अखिलेश यादव ने जनता से कहा कि यही कारनामा बिहार में भी दोहराया जाना चाहिए।
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राम तो अवधेश पासी को लाए
चुनाव प्रचार में सांसद अवधेश प्रसाद ने भी जोर देकर कहा कि कुछ लोग नारा लगाते थे ‘हम राम को लाए हैं, हमें राम लाएंगे’। लेकिन राम ने इस मानसिकता को चुनौती दी और अवधेश पासी को सांसद बनाकर भेजा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अयोध्या से उठी यह सियासी लहर बिहार की जमीन पर कितना असर दिखाती है।

