Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक राज्यभर में औसतन 13.13 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है। 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ, जो शाम 6 बजे तक चलेगा। राज्य की 243 सीटों में से पहले चरण में 121 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं, जबकि शेष सीटों पर अगला चरण 11 नवंबर को होगा। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग के अनुसार, सुबह के शुरुआती घंटों में 10 जिलों में EVM खराबी की शिकायतें मिलीं, जिससे मतदान कुछ देर के लिए बाधित रहा। मतदान केंद्रों पर तकनीकी दिक्कतें ठीक होने के बाद वोटिंग दोबारा शुरू की गई।
जिलेवार मतदान प्रतिशत
सुबह 9 बजे तक बेगूसराय में 14.60%, भोजपुर में 13.11%, बक्सर में 13.28%, गोपालगंज में 13.97%, खगड़िया में 14.15%, दरभंगा में 12.48%, मधेपुरा में 13.74%, सहरसा में 15.27%, पटना में 11.2%, समस्तीपुर में 12.86%, शेखपुरा में 12.97% मुज़फ़्फ़रपुर में 14.38%, सारण में 13.3%, नालंदा में 12.45%, मुंगेर में 13.37%, वैशाली में 14.3%, सीवान में 13.35% जबकि लखीसराय में केवल 7% मतदान दर्ज किया गया।
वहीं नालंदा में औसतन 12.34% मतदान हुआ। विधानसभावार आंकड़ों के अनुसार-अस्थावां में 10.74%, बिहारशरीफ में 11.11%, राजगीर में 13.62%, इस्लामपुर में 12.34%, हिलसा में 13.02% और हरनौत में 12.97% वोटिंग हुई।
वैशाली में ‘वोट चोर’ के नारे
वैशाली जिले में सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। हालांकि कुछ स्थानों पर गहमागहमी बढ़ गई, जब मतदाताओं ने “वोट चोर वापस जाओ” के नारे लगाए। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए मतदान सामान्य रूप से जारी रखा।
राबड़ी देवी ने जताया विश्वास
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पटना में पूजा-अर्चना के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “दोनों बेटों को जनता का पूरा आशीर्वाद मिलेगा। बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं।” उन्होंने महिलाओं और युवाओं से अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की।
मुकाबला दिलचस्प
पहले चरण की 121 सीटों में से 104 सीटों पर सीधा मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है, जबकि 17 सीटों पर त्रिकोणीय लड़ाई देखी जा रही है। कुल 3 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। बिहार में पहले चरण की वोटिंग शांतिपूर्ण लेकिन जोशपूर्ण माहौल में जारी है। तकनीकी रुकावटों और नारेबाजी के बीच जनता लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है, जिससे राजनीतिक तापमान लगातार चढ़ता जा रहा है।

