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हरियाणा के पानीपत में एक महिला द्वारा चार बच्चों की हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें उसकी मानसिक विकार और जलन का अहम रोल है। इस खबर में जानिए पूरी घटना का खुलासा, आरोपी का मनोविज्ञान, पुलिस की कार्रवाई और इस भयावह घटना से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी।
लाल घेरे में हत्यारिन चाची
Panipat: हरियाणा के पानीपत जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। एक महिला ने 4 मासूम बच्चों की हत्या कर दी है। इनमें उसका अपना बेटा भी शामिल है।
आरोपी महिला का नाम पूनम है, जो अपने मानसिक स्वास्थ्य विकार के कारण बच्चों को निशाना बनाती थी। उसने पहले अपने ही बेटे की हत्या की थी। फिर अपनी भांजी और भतीजी को भी मौत के घाट उतार दिया। जांच में पता चला है कि पूनम को खास तौर पर सुंदर या आकर्षक बच्चों से जलन होती थी। वह इन बच्चों को देखकर उसकी ईर्ष्या भड़क उठती थी और फिर वह उन्हें पानी में डुबोकर मार देती थी। आरोपी का यह पैटर्न पिछले कुछ महीनों से चल रहा था और उसने अपने अपराधों को छिपाने के लिए हर बार हादसा होने का नाटक किया।
यह भयावह घटना 1 दिसंबर को नौल्था गांव में हुई। उस दिन एक शादी समारोह के दौरान 6 साल की बच्ची विधि का शव टब में पाया गया। बच्ची की लंबाई टब से काफी बड़ी थी, जिससे दुर्घटना की संभावना कम हो गई थी। जब पुलिस ने बाथरूम का निरीक्षण किया तो बाहर से दरवाजा बंद पाया गया। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि उस समय पूनम ही बाथरूम के आसपास घूम रही थी। परिवार की पूछताछ और शक के आधार पर पूनम ने टूटकर स्वीकार किया कि उसने पहले भी तीन बच्चों की हत्या की है। इनमें उसका अपना बेटा भी शामिल था।
मानसिक स्वास्थ्य का गंभीर मामला
पुलिस ने आरोपी का मानसिक परीक्षण कराने की बात कही है। हरियाणा के पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पूनम मानसिक रूप से अस्थिर थी। उसे खूबसूरत बच्चों को देखकर जलन होती थी और उसकी धारणा थी कि कोई उससे या उसके बच्चे से ज्यादा सुंदर नहीं होना चाहिए। इसी जलन के कारण वह इन बच्चों को पानी में डुबोकर मार डालती थी। उसकी मानसिक स्थिति की जांच कर यह पता लगाया जा रहा है कि वह किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित थी या नहीं।
4 हत्याएं, एक ही खौफनाक पैटर्न
पूनम ने अपनी ननद की सुंदर बच्ची को पानी की हौद में डुबोया। इसके बाद अपने ही बेटे को उसी तरह मार डाला। परिवार ने इन मौतों को सामान्य हादसा समझा, लेकिन अब सामने आया है कि यह सब आरोपी की मनोवैज्ञानिक स्थिति का परिणाम था। इसके बाद उसने अपनी एक मासूम भतीजी को भी पानी में डुबोकर मार दिया। हर बार उसने हादसे का रूप देने की कोशिश की, ताकि कोई शक न करे। लेकिन पुलिस की सतर्कता और जांच के कारण उसकी साजिशें नाकाम हो गई।
पुलिस का कहना है कि हत्या के बाद पूनम का व्यवहार बेहद अजीब हो जाता था। वह अपने अपराधों की खुशी जाहिर करती थी, जो सामान्य नहीं थी। हिरासत में उसने बताया कि सुंदर बच्चों को देखकर उसकी जलन इतनी बढ़ जाती थी कि वह उन्हें मारने से खुद को रोक नहीं पाती।