

कानपुर में आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों पर शिकंजा कस चुका है। प्रशासन की इस सख्ती से अवैध कारोबारियों में खलबली मची हुई है।
अवैध शराब के खिलाफ सख्त एक्शन
Kanpur News: शहर में अवैध शराब के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग और पुलिस ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस अभियान में हजारों लीटर अवैध देसी शराब और बीयर को जब्त कर नष्ट कर दिया गया।
4887 पेटी देसी शराब को किया गया नष्ट
कार्रवाई के दौरान 4887 पेटी देसी शराब को जब्त किया गया था। जिसे विधिवत रूप से नष्ट कर दिया गया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, यह शराब या तो अवैध रूप से बनाई गई थी या अवैध तरीके से स्टोर और वितरित की जा रही थी।
बीयर कैन को भी नहीं बख्शा गया
सिर्फ देसी शराब ही नहीं, बल्कि 82 बीयर कैन को भी नष्ट किया गया। बीयर कैनों को तोड़कर कुचलने की कार्रवाई की गई ताकि उनका कोई पुन उपयोग न कर सके।
रोड रोलर से कुचली गई शराब की बोतलें
जब्त की गई शराब को सार्वजनिक रूप से नष्ट करने के लिए एक मैदान में लाया गया, जहां रोड रोलर से बोतलों को कुचल दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी, आबकारी विभाग के अधिकारी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
यह पूरी कार्रवाई आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई। दोनों विभागों के अधिकारी लंबे समय से अवैध शराब के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाए हुए हैं और यह कार्रवाई उसी रणनीति का हिस्सा थी।
अवैध शराब के खिलाफ प्रशासन की सख्ती
जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि जनपद में किसी भी प्रकार की अवैध शराब निर्माण, भंडारण या बिक्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके तहत कई स्थानों पर छापेमारी की गई और बड़े स्तर पर कार्रवाई हुई।
जनता को भी किया गया सतर्क
इस कार्रवाई के जरिए प्रशासन ने जनता को यह संदेश दिया है कि अवैध शराब का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए घातक है बल्कि यह एक अपराध भी है। साथ ही नागरिकों से अपील की गई कि यदि उन्हें कहीं भी अवैध शराब का निर्माण या बिक्री होते हुए दिखाई दे, तो वे तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचना दें।
पिछले एक महीने में बढ़ीं छापेमारी की घटनाएं
पिछले एक महीने में कानपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी की घटनाएं बढ़ी हैं। लगातार कार्रवाई से कई गिरोहों के नेटवर्क को तोड़ा गया है।