

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले ने देश को हिला कर रख दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पहलगांव में आतंकी हमला (इमेज सोर्स- इंटरनेट)
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। देश में आतंकियों के खिलाफ बड़े एक्शन की मांग की जा रही है। सुरक्षा एजेंसी और सेना और एयरफोर्स अब एलर्ट मोड पर है। आतंकी हमले के बाद राजधानी श्रीनगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भारतीय सेना के जवान पहलगाम के बैसारन क्षेत्र में पहुंच गए हैं। सुरक्षा और इंटेलीजेंस एजेंसियों ने पहलगाम अटैक के संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए गए हैं। इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि इस हमले का मास्टर माइंड लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है।
पहलगाम आतंकी हमला (इमेज सोर्स- इंटरनेट)
35 साल में पहली बार आतंकवाद के खिलाफ कश्मीर पूरी तरह बंद है। लोग सड़को पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दुकाने, निजी स्कूल, कॉलेज समेत पेट्रोल पंप बंद। गुस्साए लोग सड़को पर भारत के झंडे थामे पहुंचे। पाकिस्तान के झंडे और टायर जलाए। सड़को पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की।
जानकारी के अनुसार अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भी भारत की चार दिनों की यात्रा पर हैं। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब पर्यटन और ट्रैकिंग का मौसम जोर पकड़ रहा है। घने देवदार के जंगलों और पहाड़ों से घिरे इस विशाल मैदान को 'मिनी स्विटजरलैंड' के नाम से जाना जाता है, बैसरन में दोपहर करीब 3 बजे गोलीबारी हुई। जिससे दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
पहलगांव आतंकी हमले में 28 पीड़ितों की पहचान कर ली गई है। 28 मृतकों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के पर्यटक शामिल थे।
यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला बताया जा रहा है। लोगों ने बताया कि आतंकी सुरक्षा बलों की वर्दी में वहां पहुंचे थे।
इस आतंकी हमले को पहलगाम से करीब छह किलोमीटर दूर बैसरन में घने देवदार के जंगलों और पहाड़ों से घिरे एक विशाल घास के मैदान में अंजाम दिया गया। यह मैदान पर्यटकों और ‘ट्रेकर्स’ का पसंदीदा स्थान है।
पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह के साथ आतंकी हमले के बाद मौजूदा सुरक्षा स्थिति और सेना के आगे के एक्शन पर चर्चा की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूस के व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री कीर स्टारमर ने मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ समर्थन दिया।