

कानपुर में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार की अगुवाई में चल रहे ऑपरेशन महाकाल के तहत अब भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरनी शुरू हो गई है। चर्चित वकील अखिलेश दुबे का समर्थन करने और गोपनीय सूचनाएं लीक करने के आरोप में चार इंस्पेक्टर और दो दरोगा को सस्पेंड किया गया।
ऑपरेशन महाकाल का त्रिशूल अब पुलिसवालों पर
Kanpur: कानपुर में अपराधियों, भू-माफियाओं और अवैध वसूली करने वालों पर नकेल कसने के लिए पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार द्वारा चलाया जा रहा ‘ऑपरेशन महाकाल’ अब खुद पुलिस विभाग के भीतर भी सख्ती के लिए मशहूर हो गया है। अब यह ऑपरेशन पुलिस वालों पर भी चलने लगा है जो अपराधियों या संदिग्धों का समर्थन करते पाए गए। शनिवार को पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए चार इंस्पेक्टर और दो दरोगा को निलंबित कर दिया, वहीं तीन एसीपी को नोटिस जारी कर जवाब माँगा गया है। इन पर आरोप है कि ये चर्चित वकील अखिलेश दुबे का समर्थन कर रहे थे और उनसे जुड़ी गोपनीय सूचनाएं बाहर लीक कर रहे थे।
गौरतलब है कि भाजपा नेता रवि सतीजा ने आरोप लगाया था कि एक महिला द्वारा उनके खिलाफ फर्जी रेप केस दर्ज कराया गया और इसके पीछे वकील अखिलेश दुबे की साजिश थी, जो कथित तौर पर 50 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। यह मामला इतना गंभीर था कि स्वयं रवि सतीजा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इसकी शिकायत की थी। उसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के निर्देश पर एफआईआर दर्ज हुई और अखिलेश दुबे को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
इस मामले की जाँच के लिए गठित एसआईटी (Special Investigation Team) ने जाँच के दौरान पाया कि कुछ पुलिसकर्मी, जिनमें इंस्पेक्टर और दरोगा शामिल हैं, आरोपी वकील का समर्थन कर रहे थे और मामले से संबंधित गोपनीय जानकारी उन्हें दे रहे थे।
• इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह
• इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी
• इंस्पेक्टर नीरज ओझा
• इंस्पेक्टर अमन सिंह
• दरोगा सनोज पटेल
• दरोगा आदेश यादव
इन सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended) कर दिया गया है।
ऑपरेशन महाकाल का त्रिशूल अब पुलिसवालों पर
इसके साथ ही तीन एसीपी पर भी शक की सुई घूमी है। ये वर्तमान में कानपुर के बाहर दूसरे जिलों में तैनात हैं, लेकिन मामले में भूमिका सामने आने के चलते इन्हें नोटिस भेजकर जवाब माँगा गया है। यह स्पष्ट संकेत है कि ऑपरेशन महाकाल अब सिर्फ बाहरी अपराधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस विभाग के भीतर छिपे अपराधियों और उनके संरक्षकों पर भी बराबर कार्यवाही की जा रही है।
कानपुर: ऑपरेशन महाकाल में पुलिस कमिश्नर का कार्यवाही वाला त्रिशूल अब इंस्पेक्टर और दरोगा पर चला, चर्चित वकील जेल में बंद अखिलेश दुबे का समर्थन करने के आरोप में चार इंस्पेक्टर दो दरोगा हुए सस्पेंड, तीन एसीपी को भेजी गई नोटिस@kanpurnagarpol #Kanpur #Police pic.twitter.com/USAoULzSEU
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 31, 2025
इस ऑपरेशन की गंभीरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में पुलिस कमिश्नर ने पहले की एसआईटी टीम को भंग कर नई टीम का गठन किया। पुरानी टीम में तैनात डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी को हटाकर उनके स्थान पर नई पोस्टिंग की गई है।
‘ऑपरेशन महाकाल’ के तहत अब तक कई वकील, बिल्डर और भू-माफिया गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जो वर्षों से दबे हुए थे और जिनकी शिकायतें आम लोग करने से डरते थे। अब कमिश्नर द्वारा जारी किए गए गोपनीय शिकायत प्रणाली के ज़रिए लोग खुलकर रिपोर्ट कर रहे हैं, जिसकी जाँच एसआईटी करती है। कई बड़े मामलों में सख्त कार्यवाही हुई है, जिससे अपराधियों में खौफ व्याप्त है।
प्रेस नोट जारी कर पुलिस विभाग ने यह साफ कर दिया है कि जो भी पुलिसकर्मी आरोपी का समर्थन करता पाया गया या गोपनीय सूचनाएं लीक करता पाया गया, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इससे पुलिस विभाग के भीतर भ्रष्टाचार और मिलीभगत के खिलाफ साफ संदेश गया है।