

दलित व्यक्ति को गोली मारने का मामला अब एक नए और चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंच गया है। मामले की जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
गुमशुदा जयपाल सिंह के पोस्टर के साथ पीड़ित परिजन ( सोर्स - रिपोर्टर )
मैनपुरी: जनपद मैनपुरी के करहल थाना क्षेत्र में दलित व्यक्ति को गोली मारने का मामला अब एक नए और चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंच गया है। जहां एक ओर पीड़ित परिवार अब तक न्याय की आस में दर-दर भटक रहा है, वहीं दूसरी ओर परिवार के एक अन्य सदस्य की रहस्यमयी गुमशुदगी ने पूरे प्रकरण को और अधिक संवेदनशील बना दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मामला करहल थाना क्षेत्र के गांव मक्खनपुर का है, जहां के निवासी जबर सिंह, जो दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, ने आरोप लगाया कि 4 अप्रैल 2025 को करहल कस्बा निवासी अनिल वर्मा उर्फ बंटी सुनार और उसके सहयोगियों ने जबरन उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की।
जब जबर सिंह ने इसका विरोध किया, तो अनिल वर्मा ने उन्हें गोली मार दी। गोली जबर सिंह के बाएं हाथ में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज सैफई PGI में कराया गया और यह मामला मीडिया में उछलने के बाद पुलिस ने नामजद अभियोग दर्ज तो किया, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
अब इस पूरे प्रकरण में नया मोड़ तब आया जब पीड़ित परिवार ने दावा किया कि उनका एक और सदस्य जयपाल सिंह, जो अनिल वर्मा के यहां काम करता था, पिछले 9 महीने से लापता है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि जयपाल सिंह को या तो अगवा कर लिया गया है या उसकी हत्या कर दी गई है। इस संबंध में करहल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
डायनामाइट न्यूज़ से बातचीत में पीड़ित परिजनों ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिलाधिकारी कार्यालय सहित सभी स्तरों पर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधा हस्तक्षेप कर इंसाफ की मांग की है।
परिवार ने यह भी कहा कि वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि आरोपी पक्ष दबंग और भूमाफिया प्रवृत्ति के लोग हैं। इस मामले में सीओ करहल अजय सिंह चौहान ने बताया कि दोनों ही मामलों में पुलिस द्वारा विवेचना जारी है और जल्द ही सभी तथ्यों की पुष्टि कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।