मैनपुरी में किसान यूनियन का धरना: कोतवाली मुंशी पर दुर्व्यवहार का आरोप, सीसीटीवी जांच के आदेश

जिले में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी उस समय कोतवाली में धरने पर बैठ गए जब जिला अध्यक्ष दीपक ठाकुर ने कोतवाली में तैनात एक मुंशी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। यह विवाद पुलिस द्वारा कुछ लोगों को हिरासत में लेने और उसके बाद जानकारी मांगने के दौरान हुआ।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 17 August 2025, 4:51 PM IST
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Mainpuri: मैनपुरी कोतवाली में रविवार को उस समय हंगामा मच गया जब भारतीय किसान यूनियन भानू के जिला अध्यक्ष दीपक ठाकुर अपने सभी पदाधिकारियों के साथ धरने पर बैठ गए। यूनियन का आरोप है कि कोतवाली में तैनात एक मुंशी ने उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया। दीपक ठाकुर ने बताया कि कुछ ग्रामीणों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था, और वे इस मामले में जानकारी लेने के लिए कोतवाली पहुंचे थे। लेकिन वहां ड्यूटी पर मौजूद मुंशी ने उनके साथ असभ्य भाषा में बात की और दुर्व्यवहार किया, जिसे लेकर वे आक्रोशित हो गए।

पदाधिकारियों की नाराज़गी और धरना प्रदर्शन

जिला अध्यक्ष के साथ किसान यूनियन के कई अन्य पदाधिकारी भी कोतवाली परिसर में ही धरने पर बैठ गए और तत्काल संबंधित मुंशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। धरने की जानकारी मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में हलचल मच गई।

क्षेत्राधिकारी नगर मौके पर पहुंचे

मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी नगर संतोष कुमार सिंह स्वयं कोतवाली पहुंचे और धरना दे रहे लोगों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि यूनियन नेताओं की शिकायत पर कोतवाली परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जाएगी। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित मुंशी पर आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सीओ नगर ने यह भी कहा कि पुलिस का काम है जनता से शालीनता और संवेदनशीलता से पेश आना। अगर किसी पुलिसकर्मी ने पद का दुरुपयोग किया है तो उस पर कार्रवाई निश्चित होगी।

जनता और पुलिस के रिश्तों में तनाव का संकेत

यह घटना एक बार फिर पुलिस और आम जनता (खासकर संगठित समूहों जैसे किसान यूनियन) के बीच बढ़ते तनाव और अविश्वास को उजागर करती है। किसान संगठनों का मानना है कि पुलिस प्रशासन को उनके साथ समन्वय बनाकर चलना चाहिए, ना कि तानाशाही रवैया अपनाना चाहिए।

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