

महोबा के पवा गांव में संतान न होने पर प्रताड़ना झेल रही विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मायके पक्ष ने ससुरालवालों पर जबरन जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
विवाहिता की हुई मौत
Mahoba: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के पवा गांव में एक 32 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। विवाहिता नीरज की शादी को 12 वर्ष हो चुके थे, लेकिन संतान न होने पर ससुराल पक्ष की प्रताड़ना झेल रही थी। मायके वालों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसे जबरन जहर खिलाकर मारा गया। घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी है, जबकि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
चरखारी क्षेत्र के गोपालपुरा निवासी रामेश्वर की पुत्री नीरज की शादी वर्ष 2012 में पवा गांव के वीरपाल के साथ हुई थी। शादी के 12 वर्षों बाद भी नीरज की कोई संतान नहीं थी। इस वजह से पति वीरपाल और उसके परिजन आए दिन उसे ताने मारते थे और शारीरिक-मानसिक प्रताड़ना देते थे। नीरज के भाई प्रमोद और चाचा गंगाचरण के अनुसार, उसने कई बार घरवालों को अपनी पीड़ा बताई थी, लेकिन सामाजिक बदनामी और रिश्तों की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए हर बार उसे समझाकर भेज दिया गया।
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मायके पक्ष का आरोप है कि नीरज को बार-बार पति वीरपाल द्वारा दूसरी शादी की धमकी दी जाती थी। यह बात नीरज ने कई बार फोन पर अपनी मां और भाई को बताई थी। वह मानसिक रूप से टूट चुकी थी लेकिन मायके वालों ने उसे सहन करने की सलाह दी थी, उम्मीद थी कि हालात सुधरेंगे। परिजनों का कहना है कि ससुराल वाले उसे चरित्रहीन तक कहने लगे थे, जबकि उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह मां नहीं बन सकी।
मायके पक्ष के अनुसार, घटना वाले दिन नीरज की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि, नीरज के ससुरालवालों ने इसकी जानकारी मायके वालों को नहीं दी। पवा गांव में ही रहने वाली नीरज की बहन को किसी तीसरे व्यक्ति से सूचना मिली, जिसके बाद उसने घर फोन करके सभी को बताया। जब तक पिता और भाई अस्पताल पहुंचे, तब तक नीरज दम तोड़ चुकी थी।
नीरज के पिता रामेश्वर का कहना है कि उनकी बेटी को जबरन जहरीला पदार्थ खिलाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने सीधे तौर पर बेटी के पति वीरपाल, सास-ससुर और अन्य परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया है। पिता का दर्द छलक पड़ा “हमारी बेटी को बार-बार प्रताड़ित किया गया, आखिर में उसे मार डाला गया। अगर समय रहते हम उसे ससुराल से वापस ले आते, तो शायद वो आज जिंदा होती।”
पिता रामेश्वर ने श्रीनगर थाने में तहरीर दी है और बेटी की मौत की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। नीरज का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नीरज की मौत आत्महत्या थी, या उसे वास्तव में जबरन जहर खिलाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट में जहर की पुष्टि होने पर हत्या का केस दर्ज किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है और मृतका के शरीर पर कुछ चोट के निशान भी मिले हैं। जांच में फॉरेंसिक रिपोर्ट की भी सहायता ली जाएगी।