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चिल्लूपार क्षेत्र के आछीडीह-सरया तटबंध निर्माण में आ रही तकनीकी बाधा को दूर कराने के लिए विधायक राजेश त्रिपाठी ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। उन्होंने रामजानकी मार्ग के कल्वर्ट को बड़ी समस्या बताया।
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिले विधायक राजेश त्रिपाठी
Gorakhpur: चिल्लूपार क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण आछीडीह-सरया तटबंध निर्माण में आ रही तकनीकी अड़चन को दूर कराने के लिए विधायक राजेश त्रिपाठी ने दिल्ली में केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग, जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस दौरान केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान भी मौजूद रहे और उन्होंने तटबंध निर्माण के पक्ष में सिफारिश की।
विधायक राजेश त्रिपाठी ने बताया कि राप्ती नदी के किनारे प्रस्तावित आछीडीह-सरया तटबंध का लगभग 6 किलोमीटर हिस्सा अभी अवशेष है, लेकिन रामजानकी मार्ग (नेशनल हाईवे) के निर्माण में स्वीकृत 13 कल्वर्ट इस कार्य में सबसे बड़ी तकनीकी बाधा बन रहे हैं।
सिंचाई विभाग का स्पष्ट मत है कि अगर इतनी संख्या में खुले कल्वर्ट बन गए तो बाढ़ग्रस्त इलाके को बचाने के उद्देश्य से प्रस्तावित तटबंध का औचित्य ही समाप्त हो जाएगा। विभाग का सुझाव है कि या तो कल्वर्ट की संख्या कम की जाए या उनमें रेगुलेटर लगाए जाएं, ताकि बाढ़ के समय उन्हें बंद रखा जा सके।
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विधायक ने बताया कि इस विषय पर बीते एक वर्ष से केन्द्रीय सड़क मंत्रालय और विभागों के बीच पत्राचार चल रहा था। अब मंत्री नितिन गडकरी को वस्तुस्थिति से अवगत कराने पर उन्होंने तत्काल विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे सड़क भी सुरक्षित रहे और तटबंध का निर्माण भी संभव हो सके।
बैठक के दौरान विधायक राजेश त्रिपाठी ने रामजानकी मार्ग निर्माण में हो रही देरी और खराब गुणवत्ता की भी लिखित शिकायत की। उन्होंने बताया कि गोला बाजार सहित कई स्थानों पर एक वर्ष से नालियां खोदकर छोड़ दी गई हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जाम की स्थिति बनी रहती है और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क, पुलिया और नालियों में घटिया सामग्री के प्रयोग का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सीमेंट और सरिया मानक के विपरीत इस्तेमाल हो रहा है, जिससे नई बनी सड़कें और पुलिया टूटने लगी हैं।
विधायक ने यह भी बताया कि पिडहनी, गोला, डेरवा, सीधेगौर और गोपालपुर जैसे इलाकों में बनी नालियां सड़क से इतनी ऊंची हैं कि न तो सड़क का पानी जा पाता है और न ही गांवों व दुकानों का। इस पर मंत्री नितिन गडकरी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को तत्काल निरीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके अलावा विधायक ने झुमिला बाजार और तीहामुहम्मदपुर अंडरपास पर नाली निर्माण, गोरखपुर-वाराणसी सरयू पुल पर लाइटिंग, बालभीटी मोड़ की सर्विस लेन दुरुस्त कराने तथा साउंखोर चौराहे पर ओवरब्रिज निर्माण की मांग भी रखी। केन्द्रीय मंत्री ने सभी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन देते हुए आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया।