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इटावा में नाबालिग को भगाने और दलित दंपत्ति से मारपीट करने का मामला सामने आया है। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
इकदिल थाने में मामला दर्ज
इटावा: जनपद के इकदिल थाना क्षेत्र के ग्राम महतुआ की रहने वाली दलित महिला खुशबू ने थाने में दी गई तहरीर में गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि उसकी नाबालिग पुत्री को अमन कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी केशोपुर कला थाना इकदिल बहला-फुसलाकर भगा ले गया। 11 जून 2025 को शाम करीब 6 बजे सूचना मिली कि आरोपी अमन, उसकी पुत्री को लेकर ग्राम मानिकपुर भिखन, थाना इकदिल के निवासी देवेंद्र यादव उर्फ पूती के घर पर है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सूचना मिलते ही पीड़िता अपने पति के साथ मौके पर पहुंची और जब उन्होंने देवेंद्र यादव और अवधेश कुमार यादव से बेटी के बारे में पूछताछ की, तो दोनों ने जातिसूचक गालियां देते हुए मारपीट शुरू कर दी। पीड़िता के अनुसार, आवाज सुनकर देवेंद्र के परिवारजन अनुराग यादव, अनुज यादव, हरिओम यादव और धर्मेंद्र यादव भी वहां पहुंचे और पति-पत्नी को बुरी तरह पीटा। साथ ही जान से मारने की धमकी दी और कहा कि "चमरिया" होकर उनके दरवाजे पर दोबारा न आएं, वरना जान से मार देंगे।
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। थाना अध्यक्ष विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच में सामने आया है कि आरोपी हरिओम यादव पर सात, नाहर सिंह उर्फ धर्मेंद्र यादव पर पांच, देवेंद्र उर्फ पूती पर चार और अनुराग यादव पर दो मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं, जिनमें पुलिस से मारपीट, लूटपाट, जानलेवा हमला, शराब अधिनियम व एससी/एसटी एक्ट से संबंधित धाराएं शामिल हैं। हरिओम यादव और धर्मेंद्र उर्फ नाहर सिंह इकदिल थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं।
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दबिशें शुरू कर दी हैं। साथ ही, नाबालिग बालिका की तलाश भी जारी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस गंभीरता से जांच में जुटी है। जिससे इसके परिवार वालों को न्याय मिल सके और आरोपी को शख्त से शख्त सजा मिल सके। साथ ही समाज में मौजूद इस तरह के हिस्ट्रीशीटर को भी एक सबक मिल सके और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कायम रहे।