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भीलवाड़ा में मोबाइल झपटमारी की वारदात का पुलिस ने त्वरित खुलासा करते हुए दो शातिर आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस ने कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर मोबाइल लूट का राजफाश किया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नशे की लत के कारण लगातार वारदातें करने की फिराक में थे।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Bhilwara: भीलवाड़ा जिले में अपराध पर नकेल कसने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (IPS) के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन और श्यामसुन्दर विश्नोई के सुपरविजन में और कोतवाली थाना अधिकारी सुनील चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एक मोबाइल झपटमारी की घटना का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर आरोपियों को धरदबोचा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, 15 नवंबर 2025 की सुबह लगभग 10:15 बजे इन्द्रा मार्केट बैंक के पास एक महिला से उसका मोबाइल छीन लिया गया। दो युवक वारदात को अंजाम देकर मोटरसाइकिल पर फरार हो गए। पीड़िता ने तत्काल कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की।
मोबाइल लूट मामले को सुलझाने में सबसे अहम भूमिका सिटी कोतवाली में तैनात कांस्टेबल प्रहलाद कुमार की रही। ड्यूटी पर रहते समय सिग्मा गश्त के दौरान प्रहलाद ने दो संदिग्ध युवकों को घूमते देखा। उनके हावभाव संदिग्ध लगने पर उन्होंने तुरंत थाने को सूचना भेजी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि दोनों युवक इसी झपटमारी के आरोपी हैं।
थानाधिकारी सुनील चौधरी ने बताया कि आरोपी इन्द्रा मार्केट की घटना के बाद उसी क्षेत्र में दूसरी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे। यदि समय रहते पुलिस कार्रवाई न करती, तो वे किसी और राहगीर को निशाना बना सकते थे।
कोतवाली थाना अधिकारी सुनील चौधरी
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी नशे के आदि हैं और नशे की पूर्ति के लिए इन्हें नियमित रूप से पैसों की जरूरत पड़ती थी। इसी आवश्यकता को पूरा करने के लिए वे मौके तलाशकर मोबाइल झपटने जैसी वारदातें अंजाम देते थे।
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पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद सोहेल (26 वर्ष), पुत्र मोहम्मद ईशाक और मोहम्मद सोहिल (33 वर्ष), पुत्र जाकिर मंसूरी के रूप में हुई। दोनों आरोपी गायत्रीनगर नाले के पास, चपरासी कॉलोनी, थाना प्रतापनगर, भीलवाड़ा के निवासी हैं।
वहीं पुलिस ने टीम बनाकर इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। इस टीम में थानाधिकारी सुनील चौधरी, हैड कांस्टेबल गोविन्द सिंह, हैड कांस्टेबल मुकेश कुमार, कांस्टेबल प्रहलाद कुमार (विशेष योगदान), कांस्टेबल समय सिंह और कांस्टेबल ओम सिंह (DST, विशेष योगदान) शामिल रहे।