

गर्मी में बस से सफर करना एक मजदूर को भारी पड़ गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बस में हुई मजदूर की मौत
कानपुर: उत्तर प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी का असर अब जानलेवा साबित हो रहा है। कानपुर के घाटमपुर थाना क्षेत्र से एक दुखद मामला सामने आया है। जहां एक मजदूर की बस में सफर के दौरान हीट स्ट्रोक से मौत हो गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, मजदूर तेज धूप और गर्मी के बीच सफर कर रहा था, तभी उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई।
बस में बिगड़ी हालत
घटना के दौरान बस में मौजूद अन्य यात्रियों ने बताया कि मजदूर की हालत धीरे-धीरे बिगड़ती चली गई। पहले वह पसीना-पसीना हुआ, फिर चक्कर आने लगे। कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया। बस चालक ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बस को तुरंत रोका और परिजनों की मदद से मजदूर को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया।
घाटमपुर CHC में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
परिजन मजदूर को तुरंत घाटमपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, मजदूर की मौत हीट स्ट्रोक यानी लू लगने के कारण हुई है। जो अधिक तापमान में शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाने से होती है।
मजदूरी कर लौट रहा था घर
मृतक की पहचान एक स्थानीय मजदूर के रूप में हुई है जो आसपास के किसी इलाके में काम करके घर लौट रहा था। उसका परिवार बेहद गरीब है और रोजमर्रा की मजदूरी करके ही अपना गुजारा करता है। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है और गांव में शोक का माहौल है।
मामले की जांच जारी
घाटमपुर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है। मृतक के परिजनों को प्रशासन की ओर से आर्थिक मदद देने पर भी विचार किया जा रहा है।
हीट स्ट्रोक से मौत पर प्रशासन सतर्क
गर्मी बढ़ने के साथ हीट स्ट्रोक के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। प्रशासन ने नागरिकों को दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर पानी की व्यवस्था, छाया और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की उपलब्धता बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
लू से बचाव जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, हल्के और ढीले कपड़े पहनना, दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर न निकलना और अगर सिर दर्द, चक्कर, उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सा लेनी चाहिए।