

भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को कारोबार की शुरुआत मजबूत बढ़त के साथ की। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख इंडेक्स में तेजी देखी गई, जिसका मुख्य कारण भारत की क्रेडिट रेटिंग में सुधार और जीएसटी ढांचे में संभावित बदलाव रहे। बाजार को घरेलू कंपनियों के सकारात्मक प्रदर्शन और वैश्विक संकेतों से भी समर्थन मिला।
शेयर बाजार में जोरदार शुरुआत (Img: Google)
New Delhi: भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को पॉजिटिव नोट के साथ कारोबार की शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स 362 अंकों की छलांग लगाकर 82,220 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी 50 भी 91 अंकों की बढ़त के साथ 25,142 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में बाजार का मूड उत्साहजनक रहा, जिसे घरेलू आर्थिक सुधारों, रेटिंग एजेंसियों की सकारात्मक रिपोर्ट और वैश्विक संकेतों का समर्थन मिला।
प्रमुख शेयरों की बात करें तो बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, टीसीएस, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में मजबूती दर्ज की गई, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी को ऊंचाई मिली। दूसरी ओर, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इटर्नल जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में हल्की गिरावट देखी गई, जिससे बाजार को कुछ हद तक दबाव का सामना भी करना पड़ा।
विशेषज्ञों का मानना है कि हाल ही में भारत की क्रेडिट रेटिंग में सुधार और सरकार द्वारा प्रस्तावित जीएसटी ढांचे में बदलाव जैसे कारणों से निवेशकों में भरोसा बढ़ा है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार के अनुसार, 'वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय बाजार की मजबूती यह दर्शाती है कि घरेलू निवेशकों का विश्वास अर्थव्यवस्था की स्थिरता में है।' उन्होंने कहा कि अमेरिकी बाजारों में कमजोरी के बावजूद भारतीय बाजार में पूंजी प्रवाह बना हुआ है।
एशियाई बाजारों में भी गुरुवार को मिला-जुला रुख देखने को मिला। जापान का निक्केई 225 0.3 प्रतिशत नीचे रहा, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स करीब 1 प्रतिशत चढ़ गया। वैश्विक स्तर पर नजर डालें तो अमेरिका के शेयर बाजारों ने भी मिश्रित प्रदर्शन किया। एसएंडपी 500 इंडेक्स में 0.24 प्रतिशत और नैस्डैक में 0.67 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज हल्की तेजी के साथ बंद हुआ।
तकनीकी शेयरों में जारी गिरावट और रिटेल अर्निंग्स को लेकर अनिश्चितता ने अमेरिकी बाजार को प्रभावित किया, लेकिन भारत जैसे उभरते बाजारों ने लचीलापन दिखाया और मजबूती से कारोबार किया।
वर्तमान परिस्थितियों में भारतीय शेयर बाजार का रुझान सकारात्मक है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और विदेशी बाजारों के उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में अगर जीएसटी सुधार और रेटिंग में स्थायित्व बना रहा, तो बाजार में और तेजी देखने को मिल सकती है।