New Delhi: भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को सप्ताह का समापन शानदार तेजी के साथ किया। बीएसई सेंसेक्स जहां 484.53 अंक की मजबूती के साथ 83,952.19 अंक पर बंद हुआ, वहीं एनएसई निफ्टी 50 भी 124.55 अंक चढ़कर 25,709.85 अंक पर बंद हुआ। यह तेजी मुख्य रूप से एफएमसीजी, ऑटो और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों में भारी खरीदारी के कारण देखने को मिली।
रिलायंस और एफएमसीजी शेयरों ने दिया सहारा
बाजार को मजबूती देने में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एशियन पेंट्स सेंसेक्स का टॉप गेनर रहा, जिसमें 4.18% की उछाल दर्ज की गई।
विश्लेषकों के अनुसार, भले ही वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव बना हुआ हो, लेकिन घरेलू निवेशकों का सेंटिमेंट मजबूत बना हुआ है। निवेशकों का विश्वास यह संकेत देता है कि बाजार आने वाले दिनों में भी स्थिरता बनाए रख सकता है।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने छुआ ऊपरी स्तर
शुक्रवार के कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 704.58 अंक की बढ़त के साथ 84,172.24 के स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में थोड़ी मुनाफावसूली के चलते यह थोड़ा नीचे बंद हुआ, लेकिन फिर भी बंद स्तर मजबूत रहा। निफ्टी ने भी 25,700 का स्तर पार कर लिया, जो बाजार में तेजी के संकेत देता है।
कुछ टेक स्टॉक्स में कमजोरी
इस तेजी भरे माहौल में आईटी और मेटल सेक्टर के कुछ स्टॉक्स दबाव में रहे। इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील जैसे शेयरों में मामूली गिरावट देखी गई। विश्लेषकों के अनुसार, यह गिरावट मुनाफावसूली और वैश्विक आईटी सेक्टर में सुस्ती के कारण देखी गई है।
निवेशकों की दिलचस्पी बरकरार
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 997.29 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 4,076.20 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इससे स्पष्ट होता है कि बाजार में पूंजी प्रवाह मजबूत बना हुआ है।
एशियाई और वैश्विक बाजारों का रुख मिला-जुला
दूसरी ओर, एशियाई बाजारों की बात करें तो दक्षिण कोरिया का कॉस्पी तेजी में रहा, जबकि जापान का निक्केई, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में भी दोपहर के सत्र में कमजोरी देखी गई, जबकि अमेरिकी बाजार गुरुवार को गिरावट में बंद हुए थे।
कच्चे तेल की कीमत में गिरावट
ब्रेंट क्रूड ऑयल में भी गिरावट देखी गई। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92% टूटकर 60.50 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। कच्चे तेल की कीमत में नरमी भारतीय बाजार के लिए राहत का संकेत है, क्योंकि इससे आयात बिल कम होता है और महंगाई पर नियंत्रण बना रहता है।
पिछले सत्र की मजबूती ने दिया आधार
गौरतलब है कि इससे पिछले सत्र यानी गुरुवार को भी बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई थी। सेंसेक्स 862.23 अंक चढ़कर 83,467.66, जबकि निफ्टी 261.75 अंक की बढ़त के साथ 25,585.30 पर बंद हुआ था। लगातार दो दिनों की तेजी ने बाजार को मजबूत सपोर्ट दिया है।
अगले सप्ताह कैसी रह सकती है बाजार की चाल?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सप्ताह में बाजार की चाल नतीजों के सीजन, वैश्विक संकेतों और अंतरराष्ट्रीय बाजारों की दिशा पर निर्भर करेगी। इसके अलावा, डॉलर इंडेक्स, क्रूड ऑयल प्राइस, और FII-DII गतिविधियां भी बाजार को दिशा देने वाले अहम कारक होंगे।
शेयर बाजार ने सप्ताह का समापन मजबूत संकेतों के साथ किया है। घरेलू निवेशकों की ओर से जारी भरोसा, एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर में सकारात्मक गतिविधियां और रिलायंस जैसे दिग्गज स्टॉक्स की मजबूती ने बाजार को ऊंचा उड़ान भरने में मदद की। अब निवेशकों की नजर आने वाले सप्ताह पर है, जहां बाजार की दिशा तय करने वाले कई महत्वपूर्ण फैक्टर सामने आएंगे।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है, यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।