Share Market: ग्लोबल मार्केट के दबाव में भारतीय शेयर बाजार, जानें शुरुआती तेजी के बाद सेंसेक्स क्यों टूटा?

वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट का असर मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार पर भी नजर आया। शुरुआती तेजी के बाद सेंसेक्स 200 अंक फिसला और 84,750 पर आ गया, जबकि निफ्टी मामूली बढ़त के साथ 25,940 पर टिकता दिखा। जानें ग्लोबल मार्केट का हाल, FII-DII की खरीदारी और डॉलर इंडेक्स की स्थिति।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 18 November 2025, 11:19 AM IST
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New Delhi: वैश्विक बाजारों में गिरावट का सीधा असर मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। कारोबार की शुरुआत तो बेहतर दिखी, लेकिन कुछ ही देर में बाजार फिसलने लगा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स लगभग 200 अंक गिरकर 84,750 पर आ गया। हालांकि निफ्टी 50 ने कुछ सपोर्ट दिखाया और 72 अंक चढ़कर 25,940 के आसपास कारोबार करता दिखा।

सुबह गिफ्ट निफ्टी भी कमजोरी का संकेत दे रहा था, जो 26,001 के स्तर पर था पिछले बंद के मुकाबले 59 अंकों की गिरावट। इसके बावजूद शुरुआती घंटों में सेंसेक्स 91 अंक ऊपर खुला था और निफ्टी ने भी मामूली तेजी के साथ शुरुआत की थी।

ग्लोबल मार्केट ने बिगाड़ा भारतीय बाजार का मूड

वॉल स्ट्रीट में सोमवार को आई भारी गिरावट का असर पूरे एशियाई बाजारों में देखने को मिला। जापान का निक्केई 2.25% टूट गया, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.19% नीचे बंद हुआ। हांगकांग का हैंग सेंग 1% और कोस्डैक 0.58% गिरा। ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 भी 0.76% की गिरावट के साथ लाल निशान में रहा। उधर, अमेरिकी बाजार भी दबाव में दिखाई दिए। डॉव जोन्स 557 अंक यानी 1.18% टूट गया, S&P 500 में 0.92% की गिरावट आई और नैस्डैक 0.84% गिरकर 22,708 पर बंद हुआ। ग्लोबल मार्केट पर छाए इस दबाव ने भारतीय बाजार के लिए भी नकारात्मक संकेत पैदा कर दिए हैं।

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FII और DII ने क्या खरीदा?

17 नवंबर के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजार में ₹442 करोड़ की खरीदारी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने इससे भी ज्यादा आक्रामक रुख अपनाते हुए ₹1,466 करोड़ का निवेश किया। DII की मजबूत खरीदारी ने बाजार को कुछ हद तक संभालने की कोशिश की, लेकिन ग्लोबल बाजारों में जारी कमजोरी के बीच यह सपोर्ट भी सीमित ही साबित हुआ।

डॉलर इंडेक्स और रुपये की चाल

  • डॉलर की मजबूती भी उभरते बाजारों पर दबाव डाल रही है।
  • डॉलर इंडेक्स (DXY): 0.03% बढ़कर 99.57
  • भारतीय रुपया: 17 नवंबर को 0.14% टूटकर 88.63 प्रति डॉलर
  • डॉलर इंडेक्स बढ़ने का मतलब है कि डॉलर मजबूत है, जिसका असर भारतीय रुपये पर नकारात्मक पड़ता है।

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आगे बाजार की चाल कैसी?

विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल संकेत कमजोर बने रहने से भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी, डॉलर की मजबूती और एशियाई बाजारों का दबाव अगले कुछ दिनों तक बाजार की दिशा तय करेगा।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 18 November 2025, 11:19 AM IST