महादेव सट्टेबाजी एप केस: रवि उप्पल दुबई से हुआ फरार, सुप्रीम कोर्ट ने ED को दिया ये निर्देश

ED को महादेव सट्टेबाजी एप के फरार सह-संस्थापक रवि उप्पल की तलाश और हिरासत में लेने का आदेश दिया। उप्पल कथित रूप से दुबई से भाग गया और प्रत्यर्पण प्रक्रिया लंबित है। अदालत ने कहा कि आरोपी कानून को खेल समझकर बच नहीं सकते।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 5 November 2025, 3:34 PM IST
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New Delhi: सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को महादेव सट्टेबाजी एप के फरार सह-संस्थापक रवि उप्पल का पता लगाने और उन्हें हिरासत में लेने का निर्देश दिया है। यह आदेश उस समय आया जब आरोपी कथित रूप से दुबई से भागकर किसी अज्ञात स्थान पर चला गया। न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि ऐसे आरोपी अदालतों और जांच एजेंसियों को खेल समझकर बच नहीं सकते।

कानून से बचने की कोशिश गलत

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि रवि उप्पल जैसे आरोपी अदालत और जांच एजेंसियों की प्रक्रिया को मजाक बनाने की अनुमति नहीं पा सकते। पीठ ने स्पष्ट किया कि उन्हें इस मामले में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। न्यायमूर्ति सुंदरेश ने कहा कि इससे हमारी अंतरात्मा को धक्का लगा है और अदालत को इस बारे में कुछ करना होगा।

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उप्पल ने दुबई से भागकर की छिपाई ठिकाने की योजना

रवि उप्पल कथित रूप से दुबई से भागकर किसी अज्ञात स्थान पर चला गया। संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने उनके खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्यवाही बंद कर दी है। ईडी के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कोर्ट को बताया कि वित्तीय अपराधों में संलिप्त आरोपी अक्सर ऐसे देशों में भागने की कोशिश करते हैं, जहां भारत के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है।

अदालत ने ED को दिया निर्देश

सुप्रीम कोर्ट ने ED को निर्देश दिया कि उप्पल की तलाश की जाए और उन्हें हिरासत में लिया जाए। अदालत ने कहा कि उप्पल काफी चालाकी से एक जगह से दूसरी जगह जाने में कुशल हैं, लेकिन उन्हें कानून का सामना करना होगा। पीठ ने यह भी स्पष्ट किया कि उप्पल को जमानत देने की प्रक्रिया उचित समय पर विचार की जाएगी।

मामले में अगले सुनवाई की तारीख

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 14 नवंबर को निर्धारित की है। अदालत ने उप्पल के वकील से कहा कि अब और समय नहीं दिया जाएगा और उन्हें भारत लौटकर कार्यवाही का सामना करना होगा। पीठ ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का उपयोग कानून से फरार लोगों की जानकारी हासिल करने में किया जा सके।

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उप्पल की गिरफ्तारी और निगरानी का इतिहास

उप्पल को दिसंबर 2023 में इंटरपोल रेड नोटिस के कारण दुबई में हिरासत में लिया गया था। महादेव सट्टेबाजी एप मामले की जांच कर रही ईडी ने 2024 में यूएई अधिकारियों को प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए पत्र लिखा था। हालांकि, बाद में उप्पल को रिहा कर दिया गया था लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया था।

महादेव सट्टेबाजी एप का घोटाला और सहयोगी

उप्पल ने अपने सहयोगी सौरभ चंद्राकर के साथ मिलकर 2018 में महादेव सट्टेबाजी एप शुरू की थी। यह एप कई प्लेटफार्मों और एप्स पर ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से अवैध दांव लगाने की सुविधा देता था। जांच एजेंसियों का दावा है कि यह घोटाला 6,000 करोड़ रुपये का है और देश के अलग-अलग राज्यों में फैला हुआ है।

सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण प्रक्रिया

उप्पल के सहयोगी सौरभ चंद्राकर को अक्टूबर 2024 में दुबई में गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ प्रत्यर्पण अनुरोध लंबित है। छत्तीसगढ़ पुलिस की शुरुआती जांच में इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी सामने आया था, जिसके बाद मामले की आगे की जांच सीबीआई को सौंप दी गई।

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Published : 
  • 5 November 2025, 3:34 PM IST