Gold Price: धनतेरस पर सोने की कीमतें रॉकेट की तरह बढ़ने का अनुमान, क्या होगा 1.50 लाख रुपये पार?

सोने की कीमतों में पिछले तीन सालों में 140% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। इस धनतेरस 1.50 लाख के करीब पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। यह तेजी केवल भारत तक सीमित नहीं बल्कि वैश्विक बाजारों में भी प्रदर्शन साफ दिख रहा है।

Updated : 13 October 2025, 3:23 PM IST
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New Delhi: सोना हमेशा से भारतीय निवेशकों और त्योहारों के मौसम में खास आकर्षण का केंद्र रहा है। पिछले तीन वर्षों में सोने की कीमतों में करीब 140% की जबरदस्त वृद्धि ने निवेशकों के मन में नई उम्मीदें जगा दी हैं। खासतौर पर इस धनतेरस के मौके पर सवाल उठ रहा है कि क्या सोने की कीमतें ₹1,50,000 प्रति 10 ग्राम के पार जाकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर पाएंगी?

पिछले 3 साल में 140% की उछाल

2022 से लेकर अब तक सोने की कीमतों में लगभग 140% की तेजी देखी गई है। यह तेजी केवल भारत तक सीमित नहीं बल्कि वैश्विक बाजारों में भी सोने की बढ़ती मांग और कीमतों का प्रदर्शन साफ दिख रहा है। इस साल गोल्ड सर्राफा बाजार में करीब 60% तक का रिटर्न निवेशकों को मिला है, जो आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सोने को सुरक्षित निवेश की भूमिका में स्थापित करता है।

धनतेरस पर कीमतों का अनुमान

मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस धनतेरस सोने की कीमत लगभग ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। वहीं, एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज की कॉमोडिटीज रिसर्च चीफ वंदना भारती का कहना है कि साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में सोना ₹1,50,000 के करीब पहुंच सकता है। हालांकि, धनतेरस पर यह आंकड़ा ₹1,20,000 से ₹1,30,000 के बीच रहने की उम्मीद जताई जा रही है।

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क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत?

जानकारों मुताबिक, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें सोने की कीमतों को ऊपर धकेल रही हैं। इन सभी कारकों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है, क्योंकि सोना आर्थिक तूफानों में एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है।

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सोने की कीमतों में भारी उछाल

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट

विश्व के सोने के बाजारों पर नजर रखने वाली संस्था, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर 2025 में भारतीय गोल्ड ईडीएफ में निवेश रिकॉर्ड तोड़कर 902 मिलियन डॉलर पहुंच गया, जो अगस्त की तुलना में लगभग 285% अधिक है। यह निवेश बढ़ती मांग का प्रमुख संकेत है और दर्शाता है कि भारतीय निवेशक सोने को सुरक्षा और बेहतर रिटर्न के लिए प्राथमिकता दे रहे हैं।

क्या 1.50 लाख पार संभव है?

रिसर्चर्स का कहना है कि यदि मौजूदा रुझान जारी रहे, तो 2026 के मध्य से अंत तक सोने की कीमत ₹1,50,000 के पार जा सकती है। हालांकि, फिलहाल 2025 के अंत तक ₹1,50,000 पार करने की संभावना को कमतर आंका जा रहा है। लेकिन इस बीच ₹1,30,000 के आसपास की कीमत तक तेजी से पहुंचना संभावित है।

केंद्रीय बैंकों की भूमिका

दुनियाभर के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं, जिससे सोने की मांग में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही, वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव और स्टॉक मार्केट की अनिश्चितताओं ने भी निवेशकों को सोने की ओर प्रेरित किया है। यह भी सोने की कीमतों में उछाल का एक बड़ा कारण है।

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?

विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशकों को सोने की कीमतों के उतार-चढ़ाव को देखते हुए सावधानी से निर्णय लेना चाहिए। धनतेरस और त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी पर एक सीमा तक तेजी आना आम बात है, लेकिन बाजार की मौजूदा स्थिति और भविष्य के आर्थिक संकेतकों को भी ध्यान में रखना जरूरी है।

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2026 में सोना

विशेषज्ञों का मानना है कि 2026 में भी सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है। आर्थिक अनिश्चितताओं, मुद्रास्फीति के दबाव और वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाक्रम के चलते सोना निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बना रहेगा। इसके साथ ही, भारतीय त्योहारों और शादी के सीजन में सोने की मांग और बढ़ेगी, जिससे कीमतों में स्थायी उछाल देखने को मिल सकता है।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 13 October 2025, 3:23 PM IST