New Delhi: अगस्त के पहले वीकेंड पर सोने की कीमतों में स्थिरता देखने को मिल रही है, हालांकि बीते सप्ताह इसमें अच्छी खासी तेजी दर्ज की गई। FMCG, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अनिश्चितता और अमेरिका की टैक्स नीति की वजह से सोने की चमक बरकरार है।
FSSAI और ICMR के बाद अब निवेशकों की नजरें सोने पर टिक गई हैं, क्योंकि यह मौसम सिर्फ बीमारियों का ही नहीं, बल्कि निवेश की प्लानिंग का भी है।
सोने की कीमतों में बनी स्थिरता
भारत के प्रमुख सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना ₹1,01,500 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना ₹93,050 प्रति 10 ग्राम पर स्थिर है। 18 कैरेट की कीमतें भी ₹76,140 पर बिना बदलाव के बनी हुई हैं।
मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में मामूली अंतर देखा जा रहा है- 24 कैरेट सोना ₹1,01,350 और 22 कैरेट ₹92,900 पर है।
दिल्ली, जयपुर और लखनऊ में दाम ₹1,01,500 (24K) और ₹93,050 (22K) के स्तर पर टिके हुए हैं।
क्यों बढ़ रही है कीमतों में तेजी?
एक्सपर्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह सोने में 1.98% की तेजी (MCX) और 0.79% की अंतरराष्ट्रीय उछाल देखी गई। इसकी बड़ी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित 25% टैरिफ है, जो भारत, ताइवान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड जैसे देशों पर लागू होगा।
इन आर्थिक निर्णयों से बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है और सोने को एक ‘सुरक्षित निवेश’ माना जा रहा है।
MCX पर सोना: ₹99,754
इंटरनेशनल क्लोजिंग: $3362
डॉलर इंडेक्स: 98.68 पर बंद
क्या चांदी है अभी भी सुरक्षित?
हालांकि सोने में तेजी है, चांदी में 2.95% की गिरावट आई है। यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में $37.01 और MCX पर ₹1,10,258 पर बंद हुई।
हाल ही में ₹1,16,641 का उच्चतम स्तर छूने के बाद इसमें गिरावट दर्ज हुई। इसके पीछे वजह है अमेरिका द्वारा कॉपर पर 50% टैक्स लगाना, जिससे इंडस्ट्रियल मेटल्स में भारी गिरावट आई।
आगे क्या हो सकता है? निवेशकों के लिए सलाह
Support Levels (MCX): ₹98,500 → ₹97,000
Resistance Levels (MCX): ₹1,00,500 → ₹1,02,000
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कीमतें थोड़ी और गिरती हैं, तो निवेश का अच्छा मौका मिल सकता है। आने वाले सप्ताह में भी सोने में तेजी की संभावना बनी हुई है।