Gold Price Today: सोना हुआ सस्ता! निवेशकों में मची हलचल, जानिए क्या है बड़ी वजह

सोने की कीमतों में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों के साथ आम ग्राहकों के बीच भी हलचल बढ़ गई है।

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 7 July 2025, 10:51 AM IST
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New Delhi: मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना 0.52% की गिरावट के साथ ₹96,485 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला, जबकि इसका पिछला बंद स्तर ₹96,990 था। वहीं, चांदी की कीमत भी 0.38% गिरकर ₹1,08,124 प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई, जो कि पिछले सत्र में ₹1,08,429 थी।

सुबह के कारोबार में कैसी रही स्थिति?

सुबह 9:10 बजे तक सोना ₹490 या 0.51% की गिरावट के साथ ₹96,500 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। वहीं, चांदी की कीमत ₹143 या 0.13% गिरकर ₹1,08,286 प्रति किलोग्राम पर रही। यह गिरावट घरेलू नहीं, बल्कि वैश्विक संकेतों के कारण आई है, जिससे भारत के बुलियन बाजार में भी असर देखा गया।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्या चल रहा है?

अंतरराष्ट्रीय सर्राफा बाजार में भी कीमतों में कमजोरी देखने को मिली। हाजिर सोने की कीमत 0.6% गिरकर $3,314.21 प्रति औंस हो गई, जबकि अमेरिकी सोना वायदा भी 0.6% फिसलकर $3,322 प्रति औंस पर कारोबार करता देखा गया। हाजिर चांदी की कीमत भी 0.8% की गिरावट के साथ $36.81 प्रति औंस पर पहुंच गई।

गिरावट की वजह क्या है?

इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्यापार नीति से जुड़ी नई घोषणाएं हैं। ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका जल्द ही कई देशों के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप देगा और 9 जुलाई तक टैरिफ दरों में विस्तार को लेकर भी निर्णय लिया जाएगा।

Gold Price today

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)

विशेषज्ञों के अनुसार, इन घोषणाओं से निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ी है। रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा, टैरिफ विस्तार की संभावना ने सोने की सुरक्षित निवेश वाली छवि को कमजोर किया है, जिससे कीमतों में गिरावट आई है।

इसके अलावा, अमेरिका में हाल ही में आए मजबूत रोजगार आंकड़ों ने भी फेडरल रिजर्व द्वारा जुलाई में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं को कम कर दिया है। इससे भी डॉलर मजबूत हुआ है और निवेशकों ने सोने से दूरी बनानी शुरू कर दी है।

निवेशकों के लिए क्या संकेत?

जानकारों का मानना है कि फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। वैश्विक स्तर पर बाजार ट्रंप की घोषणाओं, फेड की आगामी नीतियों और टैरिफ से जुड़े बदलावों का इंतजार कर रहा है। अगर अमेरिका अपने टैरिफ विस्तार को लागू करता है, तो फिर से सोने की कीमतों में उछाल आ सकता है, क्योंकि इससे बाजार में अनिश्चितता और बढ़ेगी।

ग्राहकों के लिए राहत, लेकिन कब तक?

सोने की कीमतों में आई यह गिरावट ग्राहकों के लिए एक अस्थायी राहत मानी जा सकती है। शादी-ब्याह या निवेश के उद्देश्य से सोना खरीदने वालों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि लंबी अवधि के नजरिए से कीमतें फिर ऊपर जा सकती हैं।

सोने और चांदी दोनों की कीमतों में गिरावट मुख्यतः वैश्विक संकेतों और अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर आए बयानों के कारण आई है। निवेशक अभी सतर्क रुख अपनाए हुए हैं और आगे की दिशा ट्रंप के टैरिफ फैसलों और फेड की मौद्रिक नीति पर निर्भर करेगी। तब तक ग्राहकों के लिए यह थोड़ी राहत की खबर जरूर है।

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