

बिहार के पूर्णिया जिले में कारी कोसी नदी में एक ही परिवार के पांच सदस्य डूब गए। घटना उस समय हुई जब 9 वर्षीय बच्ची नदी में डूबने लगी और उसे बचाने के प्रयास में चार अन्य लोग भी नदी में कूद पड़े। अवैध खनन से बने गड्ढे के कारण यह हादसा हुआ।
प्रतिकात्मक तस्वीर (Img: Google)
Patna: बिहार के पूर्णिया जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कसबा अनुमंडल के सुभाष नगर गांव में शुक्रवार को एक ही परिवार के पांच लोगों की कारी कोसी नदी में डूबने से मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब एक मासूम बच्ची नदी में डूबने लगी और उसे बचाने के लिए परिवार के चार सदस्य एक-एक कर नदी में कूद पड़े। दुख की बात यह है कि कोई भी नहीं बच सका।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, सुभाष नगर गांव की 9 वर्षीय गौरी कुमारी शौच के लिए नदी किनारे गई थी। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में जा गिरी। बच्ची को डूबता देख सबसे पहले उसका बड़ा भाई सन्नी नदी में कूदा, लेकिन वह भी खुद को संभाल नहीं पाया। इसके बाद मां सुलोचना देवी, भाई सचिन और शेखर भी उसे बचाने के लिए पानी में उतर गए। देखते ही देखते पांचों लोग पानी में समा गए।
स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से घंटों चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद चार शवों को बाहर निकाल लिया गया, जबकि एक शव की तलाश काफी देर तक चलती रही। मरने वालों में गौरी कुमारी (9), सुलोचना देवी (32), सचिन कुमार (18), शेखर कुमार (19) और करण कुमार (20) शामिल हैं।
अवैध खनन बना हादसे की वजह
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह हादसा नदी किनारे अवैध मिट्टी खनन की वजह से बने गहरे गड्ढे के कारण हुआ। नदी के किनारे गहराई असामान्य रूप से बढ़ गई है, जिससे वहां अचानक पैर फिसलने पर जान बचाना मुश्किल हो जाता है। यह गड्ढा उसी स्थान पर था जहां बांध निर्माण के लिए मिट्टी की खुदाई की गई थी।
जैसे ही घटना की जानकारी जिला प्रशासन को मिली, डीएम अंशुल कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा, "हमें शाम को सूचना मिली कि एक बच्ची नदी में डूब गई है और उसे बचाने के प्रयास में चार अन्य लोग भी डूब गए। फिलहाल पांचों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। परिवार को आपदा राहत के तहत सहायता दी जाएगी और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में प्रशासन मदद करेगा।"
विधायक ने भी जताया दुख
घटना को लेकर स्थानीय विधायक अफाक आलम ने गहरी संवेदना जताई और बताया कि मदरसा चौक से महावीर चौक के बीच 5 करोड़ की लागत से बांध का निर्माण कार्य चल रहा है। इसी निर्माण के लिए की गई मिट्टी खुदाई से यह गहरा गड्ढा बना, जिससे हादसा हुआ। विधायक ने निर्माण कार्य में लापरवाही पर सवाल उठाए और जांच की मांग की।
गांव में मातम का माहौल
घटना के बाद पूरे सुभाष नगर गांव में मातम पसरा हुआ है। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की असमय मौत ने हर किसी को झकझोर दिया है। गांव के लोग दुखी और आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि अगर समय रहते प्रशासनिक स्तर पर सावधानी बरती जाती और निर्माण कार्यों की निगरानी की जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था।