

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को सोशल मीडिया पर धमकी देने के मामले में बिहार पुलिस ने समस्तीपुर निवासी युवक मो. मेराज को गिरफ्तार किया। धमकी इंस्टाग्राम पर दी गई थी। यहां पढ़ें पूरी खबर
आरोपी पुलिस हिरासत में (सोर्स- गूगल)
Patna: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को सोशल मीडिया पर जान से मारने और बम से उड़ाने की धमकी देने वाले युवक को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया है।
साइबर डीएसपी ने की पुष्टि
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार समस्तीपुर साइबर डीएसपी दुर्गेश दीपक ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि 11 जुलाई को चिराग पासवान को इंस्टाग्राम के माध्यम से धमकी दी गई थी। इस मामले में पटना साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी (कांड सं. 1592/2025)। साथ ही लोजपा (रामविलास) के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष अनुपम कुमार सिंह ने भी स्थानीय साइबर थाना में आवेदन दिया था।
जांच में हुआ खुलासा
सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान साहिल सफीक नामक यूजर के एक कमेंट से सुराग मिला। पूछताछ में साहिल ने बताया कि धमकी देने वाला युवक मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसका नाम मो. मेराज (उम्र 21 वर्ष) है, जो समस्तीपुर जिले के भीरहा गांव का निवासी है।
तेघड़ा से हुई गिरफ्तारी
बता दें कि पुलिस ने तकनीकी जांच और पूछताछ के आधार पर मो. मेराज को बेगूसराय जिले के तेघड़ा से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक Realme Narzo स्मार्टफोन भी बरामद किया गया, जिससे धमकी दी गई थी।
क्या थी धमकी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गिरफ्तारी के बाद मेराज ने स्वीकार किया कि उसने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से यह लिखा था कि 20 जुलाई को चिराग पासवान को बम से उड़ा दूंगा। वर्तमान में पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
पार्टी की प्रतिक्रिया
इस मामले में लोजपा (रामविलास) के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने पटना साइबर क्राइम थाना में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई थी। पार्टी की ओर से इसे एक गंभीर साजिश बताते हुए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से हस्तक्षेप की मांग भी की गई है। वही आरोपी युवक ने मीडिया को बताया है कि चिराग भैय को धमकी दिया था इसलिए पुलिस ने गिरफ्तार की है।
यह घटना एक बार फिर से यह दिखाती है कि सोशल मीडिया पर दी जाने वाली धमकियों को अब हल्के में नहीं लिया जा सकता। पुलिस और साइबर सेल की सतर्कता ने एक बड़ी साजिश को समय रहते बेनकाब कर दिया।