

उत्तर बिहार के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ धाम में श्रावणी मेला 2025 के अवसर पर श्रद्धालुओं को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने शुक्रवार को कांवरिया पथ और डीएन हाई स्कूल परिसर का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
बाबा गरीबनाथ धाम (सोर्स इंटरनेट)
Muzaffarpur (Bihar) : उत्तर बिहार के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ धाम में श्रावणी मेला 2025 के अवसर पर श्रद्धालुओं को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने शुक्रवार को कांवरिया पथ और डीएन हाई स्कूल परिसर का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और ठहरने की व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। पर्यटन विकास निगम द्वारा टीचर ट्रेनिंग कॉलेज (तुर्की) और आरडीएस कॉलेज में ठहराव स्थलों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। वहां स्विस कॉटेज, शुद्ध पेयजल, मेडिकल कैंप, शौचालय, सीसीटीवी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि यह सभी कार्य 12 जुलाई की शाम तक हर हाल में पूरे कर लिए जाएं। इसकी निगरानी का दायित्व अपर समाहर्ता (राजस्व) को सौंपा गया है। मेला क्षेत्र की साफ-सफाई की निगरानी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। मेला क्षेत्र में झूला, मौत का कुआं जैसी संरचनाएं केवल सक्षम पदाधिकारी से अनुमति के बाद ही लगाई जा सकेंगी और इनके लिए सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य होगा।
श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुगम बनाने हेतु जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा 150 ट्रॉली की व्यवस्था की गई है, जिसका उपयोग आवश्यकता अनुसार किया जाएगा। यातायात उपाधीक्षक को ट्रॉली उपलब्ध कराई जा चुकी है।
जिलाधिकारी ने डीएन हाई स्कूल का भी निरीक्षण किया, जहां 13 जुलाई रविवार को अपराह्न 4:00 बजे श्रावणी मेले का उद्घाटन कार्यक्रम प्रस्तावित है। उद्घाटन की तैयारियों को समय से पूर्व पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता राकेश कुमार की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। साथ ही आमगोला ओवरब्रिज से रामदयालु नगर तक निर्माणाधीन नाले और स्लैब की धीमी गति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पूछा कि निर्देशों के बावजूद निर्माण कार्य अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ, जबकि यह मार्ग कांवरियों के लिए प्रमुख है। जिलाधिकारी ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए सहायक अभियंता से स्पष्टीकरण तलब किया है और पूछा है कि उनके विरुद्ध आरोप पत्र (प्रपत्र ‘क’) क्यों न गठित किया जाए। निरीक्षण में उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, राजस्व पदाधिकारी संजीव कुमार, डीआरडीए निदेशक संजय कुमार, यातायात उपाधीक्षक नीलाभ कृष्ण, सहित कई अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।