जीतन राम मांझी ने खोला राजनीतिक पिटारा, अधूरी योजनाओं से लेकर चुनावी रणनीति तक पर रखी बेबाक राय

जीतन राम मांझी ने बिहार की राजनीति, अधूरी योजनाओं और चुनावी रणनीति पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाए और कहा कि 2025 में कम से कम 20 विधायक जिताना उनका लक्ष्य है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 22 September 2025, 9:51 AM IST
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Bihar: 21 सितंबर को बिहार के सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में आयोजित एक मिलन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने अपनी राजनीतिक स्थिति, अधूरी योजनाएं और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर विस्तार से बात की। मांझी का यह दौरा न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का प्रयास था, बल्कि इसमें उन्होंने खुलकर बिहार की राजनीति और सामाजिक योजनाओं पर भी अपनी राय रखी।

"अकेला चना भार नहीं फोड़ता"

मांझी ने अपनी पार्टी की सीमित राजनीतिक ताकत का जिक्र करते हुए कहा, “हमारे पास विधानसभा में केवल चार विधायक हैं। ऐसे में जब हम सदन में कोई बात रखते हैं, तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। अकेला चना भार नहीं फोड़ता।” इस टिप्पणी के जरिए उन्होंने संकेत दिया कि पार्टी को मजबूती देने के लिए जनता के बीच जाना जरूरी है।

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2025 के लिए लक्ष्य: कम से कम 20 विधायक

पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का लक्ष्य है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 20 विधायक जीतें। इसके लिए वह लगातार बिहार के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं। मांझी ने कहा कि यदि पार्टी की संख्या में इजाफा होता है तो वे गरीब और वंचित वर्गों के लिए अधूरी पड़ी योजनाओं को फिर से शुरू कर सकेंगे।

भूमि सुधार योजना पर नीतीश कुमार को घेरा

अपने मुख्यमंत्रित्व काल की एक बड़ी योजना को याद करते हुए मांझी ने बताया कि उन्होंने 16-17 लाख एकड़ सरकारी जमीन में से करीब 13 लाख एकड़ जमीन भूमिहीनों में बांटने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा कि यह काम तेजी से शुरू भी हुआ था, लेकिन उनके पद छोड़ने के बाद यह योजना अधूरी रह गई। मांझी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस योजना को पूरी तरह लागू नहीं किया।

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"क्या लोग जानवर हैं?"

मांझी ने प्रधानमंत्री आवास योजना और इंदिरा आवास योजना पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत बनाए जा रहे एक कमरे के मकान पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या लोग जानवर हैं कि मां-बाप, बेटा-पतोहू, और बेटी-दामाद सभी एक ही कमरे में रहें?” उन्होंने मांग की कि कम से कम दो कमरों के घर बनाए जाएं और इसमें शौचालय व बिजली की सुविधा भी दी जाए।

पीएम की मां को गाली देने पर तीखी प्रतिक्रिया

हाल ही में एक आरजेडी नेता द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को गाली दिए जाने की घटना पर भी मांझी ने कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि किसी को गाली देना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है और ऐसा करने वाला व्यक्ति “आदमी कहलाने लायक भी नहीं है।”

एनडीए में कोई विवाद नहीं, सब मिलकर लड़ेंगे चुनाव

सीट बंटवारे को लेकर पूछे गए सवाल पर मांझी ने कहा कि एनडीए में अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन दशहरे के बाद विमर्श संभव है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनडीए में कोई विवाद नहीं है और सभी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “जिसके पास जिताऊ सीट होगी, उसी को टिकट मिलेगा और बाकी मिलकर उसे जिताएंगे,”

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