

डोईवाला के प्रेम नगर बाजार में कुम्हार समाज दीपावली के लिए पांच लाख से अधिक मिट्टी के दीये तैयार कर रहा है। विदेशी झालरों और लाइट्स के बीच ये स्वदेशी दीये न सिर्फ परंपरा को जीवित रखे हुए हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल हैं।
डोईवाला: डोईवाला के प्रेम नगर बाजार में कुम्हार समाज दीपावली के लिए पांच लाख से अधिक मिट्टी के दीये तैयार कर रहा है। विदेशी झालरों और लाइट्स के बीच ये स्वदेशी दीये न सिर्फ परंपरा को जीवित रखे हुए हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल हैं। कुम्हारों को चिकनी मिट्टी की व्यवस्था से लेकर बाजार तक बेचने में काफी मेहनत करनी पड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद वे लोगों को मिट्टी के दीयों से रोशनी करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
व्यापारी राजन गोयल के अनुसार, धार्मिक मान्यताओं में दीया जलाना शनि और मंगल की कृपा प्राप्त करने का उपाय माना जाता है। कुम्हार राम सिंह प्रजापति ने बताया कि वे 5 लाख से अधिक दीये बना रहे हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं कि इस बार दीपावली पर स्वदेशी अपनाएं और मिट्टी के दीयों से ही घर रोशन करें।