Pithoragarh: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में गुरुवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मोस्टामानू महोत्सव में वर्चुअली प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महोत्सव के आयोजनकर्ताओं, कलाकारों और सहभागियों को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मोस्टामानू का मेला हमारी आस्था, विश्वास, और समृद्ध परंपराओं का प्रतीक है। यह केवल एक धार्मिक या पारंपरिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है, जो कृषि और पशुपालन से जुड़े हमारे ग्रामीण जीवन की विशिष्टताओं को भी दर्शाता है।
ऐसे आयोजन हमारी समृद्ध परंपराओं को संजोए रखते हुए उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने में भी सहायक सिद्ध होते हैं।
सीएम ने कहा कि मोस्टामानू महोत्सव पिथौरागढ़ की सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह महोत्सव स्थानीय जीवन शैली और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से पिथौरागढ़ हवाई कनेक्टिविटी से जुड़ चुका है, इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है और युवाओं के लिए रोजगार तथा विकास के अवसर भी सृजित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पिथौरागढ़ जनपद के लिए विभिन्न घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि विकासखण्ड बिण के ग्रामसभा देवत पुरचौड़ा स्थित पहाड़ी से भूस्खलन रोकने के लिए ट्रीटमेंट का कार्य कराया जायेगा।
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उन्होंने कहा कि मैं मोस्टा देवता से समस्त प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं उन्नति की प्रार्थना करता हूं।
यह मेला पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर मोस्टमानु मंदिर में आयोजित होता है। हर साल अगस्त से सितंबर के बीच तीन दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में, स्थानीय ग्रामीण वर्षा के देवता भगवान मोस्टा की पालकी निकालकर उनका आशीर्वाद लेते हैं।
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इस अवसर पर भाजपा के जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोरा, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, मेयर नगर निगम कल्पना देवलाल, डीएफओ आशुतोष सिंह, मेला समिति अध्यक्ष वीरेंद्र बोरा सहित समिति के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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