

रामनगर में जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन ( सोर्स - रिपोर्टर )
रामनगर: उत्तराखंड के रामनगर में स्थित स्व. रामदत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ सोमवार को करणी सेना युवा शक्ति ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे और सरकार व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने तहसीलदार मनीषा मारकाना के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें रामनगर के सरकारी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में तत्काल सुधार की मांग की गई। करणी सेना युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी ने कहा कि यह अस्पताल कुमाऊं और गढ़वाल का प्रवेश द्वार है, लेकिन यहां की व्यवस्था बेहद दयनीय है।
सूरज चौधरी ने आरोप लगाया कि अस्पताल में न तो विशेषज्ञ डॉक्टर हैं, न ही ज़रूरी उपकरण। अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। मरीजों को अक्सर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया जाता है, जिससे आर्थिक और मानसिक रूप से उन्हें बहुत तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल एक रेफर केंद्र बनकर रह गया है और इलाज के लिए आने वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ता है।
उन्होंने यह भी बताया कि यहां दवाओं की उपलब्धता बेहद खराब है, जिससे मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। गर्भवती महिलाओं को भी डिलीवरी के दौरान भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो कि स्वास्थ्य व्यवस्था की असफलता को दर्शाता है।
करणी सेना ने स्वास्थ्य मंत्री को 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। सूरज चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर तय समयसीमा के भीतर अस्पताल की सुविधाओं में सुधार नहीं किया गया तो संगठन प्रदेशभर में मसाला यात्रा निकालकर विरोध जताएगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए जा रहे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के दावे पूरी तरह झूठे और दिखावटी हैं, जिन्हें अब सहन नहीं किया जाएगा।
फिलहाल, रामनगर के लोगों को उम्मीद है कि करणी सेना की इस मुहिम से सरकारी अस्पताल की व्यवस्था में सुधार होगा और उन्हें उनके क्षेत्र में ही बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी।