

अगर आप केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे पवित्र यात्रा की योजना बना रहे हैं तो यात्रा पर निकलने से पहले इन बातों को जरूर जान लें। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
केदारनाथ(pixabay)
उत्तराखंड: केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों की यात्रा जिसे चारधाम यात्रा कहा जाता है, हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। इस बार यात्रा 30 अप्रैल 2025 से शुरू हो रही है और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अगर आप इस पवित्र यात्रा की योजना बना रहे हैं तो यात्रा पर निकलने से पहले इन बातों को जरूर जान लें और जरूरी तैयारियां कर लें।
चारधाम यात्रा में भाग लेने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण अनिवार्य है। बिना पंजीकरण के किसी भी यात्री को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। पंजीकरण के लिए उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या अधिकृत सहायता केंद्रों का उपयोग करें।
चारधाम यात्रा के ज़्यादातर रास्ते ऊंचाई वाले इलाकों में हैं, जहां ऑक्सीजन की कमी और मौसम की अनिश्चितता आम बात है। इसलिए प्रशासन ने यात्रा शुरू करने से पहले स्वास्थ्य जांच कराना अनिवार्य कर दिया है। खास तौर पर दिल, फेफड़े और उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य जांच शिविर, आपातकालीन हेल्पलाइन और चिकित्सा कर्मचारी तैनात रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें:- 0135-2559898, 2552627, 0135-3520100।