

रुद्रप्रयाग गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 109 के जवारी बाईपास पर भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग में गंभीर क्षति आई है। जमीन धंसने से दरारें आईं हैं, बिजली के तार हवा में लटके हैं और भारी वाहनों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।
जवारी बाईपास पर भूस्खलन से सड़क में दरारें
Rudraprayag: रुद्रप्रयाग गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 109 का जवारी बाईपास क्षेत्र इन दिनों गंभीर संकट का सामना कर रहा है। भारी बारिश के बाद बाईपास पर भूस्खलन के कारण सड़क में भयंकर क्षति आई है। यह क्षेत्र लगातार सिंकिंग (जमीन धंसने) की समस्या का सामना कर रहा है और इस कारण जमीन में दरारें आ गई हैं। प्रशासन को तत्काल इस स्थिति पर नियंत्रण पाकर राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
सड़क में हो रहे लगातार बदलाव और खतरे की स्थिति
जवारी बाईपास के आसपास जमीन लगातार धसने की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिससे एक किलोमीटर के दायरे में सड़क की स्थिति बहुत खराब हो गई है। जमीन के धंसने के कारण सड़क के नीचे का हिस्सा खोखला हो गया है, जिससे सड़क की संरचना बहुत कमजोर हो चुकी है। इस हिस्से में पैराफिट (सुरक्षा दीवार) हवा में लटका हुआ है और बिजली के तार व पोल भी हवा में लटकते हुए देखे जा रहे हैं। इन बिजली के तारों का एक-दूसरे से टकरा जाना बिजली के करंट फैलने का बड़ा कारण बन सकता है।
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बड़ी दुर्घटना का खतरा
सड़क के किनारे खड़ी यह दरारें और धंसी हुई जमीन किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं, खासकर तब जब भारी वाहन इस मार्ग से गुजरेंगे। स्थानीय लोग और यात्री छोटे वाहनों के जरिए रास्ता तय कर रहे हैं, जो कि खतरनाक हो सकता है। दरारें बढ़ने के कारण भारी वाहनों की आवाजाही को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रशासन को इस स्थिति का संज्ञान लेकर पूरी सड़क को अस्थायी तौर पर बंद करने पर विचार करना चाहिए।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 109 के जवारी बाईपास में भूस्खलन से सड़क मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है। जमीन धसने से दरारें और बिजली के पोल हवा में लटके हुए हैं, जो बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। प्रशासन को तुरंत राहत कार्य शुरू करने की जरूरत है।
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— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 1, 2025
भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग में क्षति के बाद प्रशासन की सतर्कता जरूरी
जवारी बाईपास पर भूस्खलन और लगातार धंसने से सड़क की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि यदि प्रशासन समय रहते कदम नहीं उठाता, तो आने वाले दिनों में बड़े नुकसान की संभावना है। एक और खतरनाक बात यह है कि यदि बिजली के पोल और तारों को समय पर नहीं हटाया जाता है तो करंट फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
सड़क मार्ग की हालत को सुधारने के लिए स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को जल्द से जल्द काम में जुटना होगा। साथ ही, स्थानीय निवासियों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है और मार्ग को प्राथमिकता से सुरक्षित किया जाना चाहिए ताकि कोई अनहोनी न हो।