

रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा सिंगोली-भटवाड़ी कैट प्लान के अंतर्गत विकसित काकड़ागाड़ बर्ड वॉचिंग ट्रेल (Bird Watching Trail) का भव्य उद्घाटन किया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रुद्रप्रयाग में इको टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में जैव विविधता को संरक्षित करने और स्थानीय आजीविका को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल की गई है। रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा सिंगोली-भटवाड़ी कैट प्लान के अंतर्गत विकसित काकड़ागाड़ बर्ड वॉचिंग ट्रेल (Bird Watching Trail) का भव्य उद्घाटन उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक (हाॅफ) डॉ. धनंजय मोहन ने किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस ट्रेल का उद्देश्य न केवल पर्यावरणीय संरक्षण को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय युवाओं को इको टूरिज्म के माध्यम से रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना भी है। काकड़ागाड़ क्षेत्र की जैव विविधता, शांत प्राकृतिक वातावरण और पक्षियों की अनेक प्रजातियां इसे पक्षी दर्शन के लिए एक आदर्श स्थल बनाते हैं।
उद्घाटन समारोह के दौरान डॉ. मोहन ने कहा कि काकड़ागाड़ क्षेत्र की जैव विविधता न केवल राज्य के लिए बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण है। यहां पक्षियों की दुर्लभ और रंगबिरंगी प्रजातियां पाई जाती हैं, जो प्रकृति प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन सकती हैं।"
यह पहल स्थानीय पर्यटन को एक नया आयाम देगी और पर्यटकों को प्रकृति से सीधे जुड़ने का मौका मिलेगा। ट्रेल के माध्यम से पर्यटकों को संरक्षित वन क्षेत्रों में बिना किसी नुकसान के घूमने और पक्षियों का अवलोकन करने की सुविधा मिलेगी। इससे वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण व रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
प्रशासन को उम्मीद है कि आने वाले समय में यह ट्रेल न केवल भारत के भीतर से बल्कि विदेशों से भी प्रकृति प्रेमियों और पर्यावरण विशेषज्ञों को आकर्षित करेगी। काकड़ागाड़ बर्ड वॉचिंग ट्रेल राज्य में इको टूरिज्म के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेगी और सतत विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।