

उत्तर प्रदेश के हरिद्वार में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बुधवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा परियोजना समग्र शिक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित हुई।
हरिद्वार: उत्तर प्रदेश के हरिद्वार में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बुधवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा परियोजना समग्र शिक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध कराना, स्वच्छ एवं अनुकूल अध्ययन वातावरण सुनिश्चित करना तथा नियमित बौद्धिक परीक्षणों के माध्यम से शैक्षिक स्तर को और बेहतर बनाना रहा।
JM पोर्टल के माध्यम से करने पर जोर
जिलाधिकारी ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि स्वीकृत बजट का उपयोग समयबद्ध और नियमानुसार किया जाए। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार के लिए शिक्षकों को लगन और मेहनत से कार्य करने की अपील की। विशेष रूप से पीएमश्री अटल उत्कृष्ट स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के लिए रीडिंग रूम, पर्याप्त विद्युत व्यवस्था, स्मार्ट क्लासरूम और स्मार्ट टीवी की स्थापना के निर्देश दिए गए। साथ ही, सभी खरीद कार्यों को JM पोर्टल के माध्यम से करने पर जोर दिया गया।
निपुण भारत मिशन के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा
शिक्षण संस्थानों के ढांचागत सुधार को लेकर जिलाधिकारी ने जीर्ण-शीर्ण भवनों को निष्प्रयोज्य घोषित कर ध्वस्तीकरण के आदेश दिए तथा चारदीवारी निर्माण के कार्य को मनरेगा के तहत प्रस्तावित करने के निर्देश भी प्रदान किए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने CSR संस्थाओं और शिक्षा विभाग के साथ मिलकर निपुण भारत मिशन के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अध्यापकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार गुप्ता ने स्लाइड शो के माध्यम से जनपद में चल रही विभिन्न शैक्षिक योजनाओं और गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में बच्चों के सीखने के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए विभिन्न नवाचार अपनाए जा रहे हैं, जिनमें डिजिटल लर्निंग टूल्स, लाइब्रेरी विकास और अध्यापकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं।
NGO प्रतिनिधि भी उपस्थित
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक) आशुतोष भंडारी, जिला पंचायत राज्य अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी अभिजीत सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल, खंड व उप शिक्षा अधिकारी, परियोजना कार्यालय के समन्वयक तथा शिक्षण क्षेत्र में कार्यरत NGO प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों और संस्थाओं से अपील की कि वे शिक्षा के इस मिशन को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने में सक्रिय योगदान दें, ताकि आने वाली पीढ़ी को बेहतर और उज्जवल भविष्य प्रदान किया जा सके।