दिल की धड़कन बढ़ाने लौटी जंगल की सवारी, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 6 साल बाद फिर शुरू हुई हाथी सफारी

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में छह साल बाद हाथी सफारी की वापसी से पर्यटन को नई ऊर्जा मिली है। ढिकाला और बिजरानी जोन में शुरू हुई इस सफारी से सैलानियों को जंगल और वन्यजीवों को बेहद करीब से देखने का अवसर मिल रहा है।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 20 December 2025, 10:01 AM IST

Nainital: नैनीताल जिले के रामनगर इलाके से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। सर्दियों के मौसम में यात्राओं का मजा लेने पहुंचे पर्यटकों के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से बेहद शानदार खबर है। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रिजर्व प्रबंधन ने हाथी सफारी को फिर से शुरू कर दिया है।

सैलानियों को मिलेगा रोमांच

यह सफारी पिछले कई सालों से बंद थी, जिस वजह से यहां आने वाले सैलानियों के रोमांच में कमी आ गई थी। अब देहरादून में बैठने वाले मुख्य वन्यजीव वार्डन की मंजूरी मिलते ही हाथी सफारी को दोबारा शुरू कर दिया गया है, जिससे देश और विदेश के यात्रियों में उत्साह और भी बढ़ गया है।

पर्यटन को आकर्षित करेगी हाथी सवारी

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व दुनिया भर में अपने खूबसूरत जंगल, गहरी जैव विविधता और बाघों के बसेरे के लिए जाना जाता है। इसलिए हाथी सफारी की वापसी को यहां की पर्यटन गतिविधियों में एक नई शक्ति के तौर पर देखा जा रहा है।

स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड ने जून 2024 में हुई बैठक में हाथी सफारी को हरी झंडी दे दी थी। विभागीय कार्यवाही पूरी होने में कुछ समय जरूर लगा, लेकिन अब यह सफारी जमीन पर उतर चुकी है।

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इन दो जोन में शुरू हुई सफारी

ढिकाला और बिजरानी, दोनों प्रमुख जोन में हाथी सफारी की शुरुआत हो चुकी है। ढिकाला में दो हाथियों के जरिए सुबह और शाम दोनों समय सफारी कराई जा रही है। यहां सफारी के लिए तय किए गए रूट बेहद खास हैं। जंगल के बीच से गुजरते हुए सैलानी रामगंगा नदी, घास के व्यापक मैदानों और घने जंगलों में रहने वाले वन्यजीवों को बेहद पास से देख पा रहे हैं।

यह जोन हमेशा से कॉर्बेट का मुख्य आकर्षण रहा है और हाथी सफारी ने यहां के अनुभव को और भी जीवंत बना दिया है।

कितनी देर ले सकेंगे सफारी का मजा

बिजरानी जोन में एक हाथी से दो अलग-अलग रास्तों पर सफारी कराई जा रही है। इस सफारी का समय भी दो घंटे रखा गया है। यहां जंगल का विस्तार, प्राकृतिक खूबसूरती और वन्य प्राणियों का जीवन देखने का मौका यात्रियों के लिए बेहद यादगार साबित हो रहा है।

कॉर्बेट पार्क के वार्डन बिंदर पाल सिंह के अनुसार हाथी सफारी के टिकट पार्क के रिसेप्शन सेंटर से ही मिलेंगे और टिकट लेने के लिए पहले पहुंचने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। भारतीय पर्यटकों का किराया 1000 रुपये प्रति व्यक्ति और विदेशी यात्रियों का शुल्क 3000 रुपये तय किया गया है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों पर टिकट शुल्क लागू नहीं होगा। एक हाथी पर अधिकतम पांच लोग बैठ सकते हैं और सफारी की अवधि दो घंटे रहेगी।

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छह साल बाद हुई शरुआत

हाथी सफारी की खासियत यह है कि इसे लगभग छह साल बाद फिर से शुरू किया गया है। साल 2018 में उत्तराखंड हाईकोर्ट द्वारा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 और पशु क्रूरता निवारण कानून के तहत पार्क में हाथियों के व्यावसायिक उपयोग को रोक दिया गया था। इसी आदेश के बाद हाथी सफारी बंद कर दी गई थी। अब आदेशों और प्रक्रिया की पूर्ति के बाद हाथी सफारी एक बार फिर कॉर्बेट के जंगलों में लौट आई है, जिससे यहां का पर्यटन और रोमांच नए मुकाम पर पहुंच गया है।

Location : 
  • Nainital

Published : 
  • 20 December 2025, 10:01 AM IST