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डोईवाला में भाजपा ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर पदयात्रा निकाली। कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक और राष्ट्रीय एकता बनाए रखना था। विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा कि पटेल के मार्ग पर चलकर देश की अखंडता और जनता की एकजुटता को मजबूत किया जा सकता है।
डोईवाला में सरदार पटेल जयंती पर भाजपा की पदयात्रा
Dehradun: डोईवाला में बुधवार को भाजपा ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य पदयात्रा आयोजित की। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सामाजिक एकता और राष्ट्रीय अखंडता को बनाए रखना था। पार्टी ने इसे जनता में एकजुटता और देशभक्ति की भावना पैदा करने के रूप में पेश किया।
पदयात्रा बुल्लावाला चौक से शुरू होकर कुड़कावाला, प्रेम नगर, मिल चौक और देहरादून रोड होते हुए लच्छीवाला में समाप्त हुई। आयोजन में भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। पदयात्रा में शामिल लोगों ने राष्ट्रीय एकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई और सरदार पटेल के योगदान को याद किया।
डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने इस अवसर पर कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। उन्होंने कहा, "आज हमें उनके बताए मार्ग पर चलकर हर स्तर पर राष्ट्रीय एकता बनाए रखने का प्रयास करना होगा। भाजपा देश की अखंडता और एकजुटता के लिए निरंतर काम करती है।"
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गैरोला ने यह भी कहा कि पदयात्रा के माध्यम से जनता को यह संदेश दिया गया कि सामाजिक और राष्ट्रीय एकता बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया
पदयात्रा में जिला उपाध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी और वरिष्ठ नेता राजकुमार राज ने कहा कि देश की एकता बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयास अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम का मुख्य मकसद राष्ट्रीय एकता का संदेश लोगों तक पहुंचाना था।
कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष पंकज शर्मा, लच्छी राम लोधी, अवतार सैनी, ऊषा कोढ़ारी, ममता नयाल, कुसुम शर्मा, माया अधिकारी, कोमल देवी, चंद्रभान पाल, संपूर्ण सिंह रावत, मनीष यादव, विनय कंडवाल, मनमोहन नौटियाल समेत डोईवाला विधानसभा के तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
भाजपा ने इस पदयात्रा के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की कि राष्ट्रीय एकता केवल सरकार या राजनीतिक दल का काम नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों ने भी इस संकल्प को साझा किया कि वे समाज में सौहार्द और एकजुटता बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
पदयात्रा में शामिल युवा और बुजुर्ग, सभी ने यह संकेत दिया कि सरदार पटेल की विरासत आज भी प्रासंगिक है और देश की अखंडता के लिए उनका योगदान अमूल्य है।