

उत्तर प्रदेश में मानसून विदाई की ओर है। पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। तापमान में बढ़ोत्तरी से उमस बनी रहेगी। हालांकि 25 सितंबर के बाद मौसम बदलने और नवरात्रि की शुरुआत में बारिश से राहत मिलने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के मौसम का हाल
Lucknow: उत्तर प्रदेश में मानसून विदाई की ओर बढ़ रहा है। धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियों में कमी देखी जा रही है। जहां एक ओर पश्चिमी यूपी में आसमान साफ है, वहीं पूर्वी जिलों में छिटपुट बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने आज यानी 21 सितंबर को 29 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच बारिश की कमी से तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है, जिससे उमस और गर्मी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है। वहीं, पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आसमान साफ रहेगा और पारा चढ़ने के आसार हैं।
फिलहाल उत्तर प्रदेश पर कोई बड़ा मौसम तंत्र सक्रिय नहीं है। हालांकि, 25 सितंबर के बाद बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर सिस्टम विकसित होने की संभावना जताई गई है। इसके असर से पूर्वी यूपी में बारिश तेज हो सकती है, जबकि पश्चिमी हिस्सों में भी कई जगह बूंदाबांदी का अनुमान है। 26 सितंबर से पूरे प्रदेश में मौसम का रुख बदलने और लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
शनिवार को प्रदेश का सबसे गर्म शहर उरई रहा, जहां अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा कानपुर में 36.4 और आगरा में 35.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 4-5 दिन तक पश्चिमी यूपी में तापमान बढ़ सकता है, जबकि पूर्वी हिस्सों में हल्की बारिश के कारण थोड़ी राहत मिलेगी।
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भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, इस बार 1 जून से 20 सितंबर तक उत्तर प्रदेश में सामान्य से 3 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। अब तक प्रदेश में कुल 695 मिमी बारिश हुई है, जबकि औसत आंकड़ा 715.8 मिमी होना चाहिए था। इस अवधि में सबसे ज्यादा बारिश एटा में हुई, जहां सामान्य से 78 फीसदी अधिक 880.5 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
वहीं, संभल, हमीरपुर, बिजनौर और फिरोजाबाद जैसे जिलों में भी सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। इसके उलट देवरिया, कुशीनगर, पीलीभीत, गौतमबुद्धनगर और संतकबीरनगर में सबसे कम वर्षा दर्ज की गई, जिससे वहां की स्थिति अपेक्षाकृत शुष्क रही।
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कुल मिलाकर, आने वाले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश में गर्मी और उमस का असर बना रहेगा। हालांकि, 25-26 सितंबर से मौसम का मिजाज बदलने और पूरे प्रदेश में बारिश लौटने की संभावना है।