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बाराबंकी के रामनगर में महादेवा महोत्सव में भोजपुरी कलाकार अक्षरा सिंह की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंडाल खचाखच भरा रहा, हजारों लोग देर रात तक सुरों और ताल के संगम का आनंद लेते रहे, वहीं कुछ लोग बाहर खड़े होकर कार्यक्रम का लुत्फ उठाते दिखाई दिए।
Barabanki: बाराबंकी के रामनगर में आयोजित महादेवा महोत्सव की शनिवार रात सुरों, ताल और दिव्यता का ऐसा संगम बनी, जिसने पूरे क्षेत्र को संगीतमय आनंद से भर दिया। भोजपुरी जगत की प्रसिद्ध व लोकप्रिय कलाकार अक्षरा सिंह ने अपनी दमदार गायकी और जोशीले अंदाज़ से हजारों दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा। पंडाल लोगों से खचाखच भरा रहा, वहीं बड़ी संख्या में श्रोता बाहर खड़े होकर भी कार्यक्रम का आनंद लेते दिखाई दिए।
कार्यक्रम की शुरुआत अक्षरा सिंह ने शिव स्तुति और हनुमान भजन से की। उनके स्वर जैसे ही गूंजे, पूरा परिसर आध्यात्मिक माहौल में डूब गया। देवी गीतों की प्रस्तुति ने लोधेश्वर महादेव की पावन धरती को भक्ति रस से भर दिया। मंच के सामने मौजूद महिलाएँ, युवा और बुजुर्ग सभी के चेहरों पर श्रद्धा और उत्साह का अनोखा मिश्रण दिखा।
भक्ति के बाद जब अक्षरा सिंह ने अपने लोकप्रिय भोजपुरी गीतों की धुनें छेड़ीं, तो महोत्सव का उत्साह चरम पर पहुंच गया। “तू लौंग मैं लाची”, “तेरे पीछे आ गवाची” और “बाली करके इशारा बुलावे सजना” जैसे गीतों पर दर्शक थिरकने लगे। सबसे अधिक रोमांच तब देखने को मिला जब उन्होंने अपना सुपरहिट गीत “सइयां जी के वेट से बुलेट करे ठांय-ठांय” प्रस्तुत किया। मोबाइल फ्लैश की रोशनी और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गूंज उठा। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी गीतों पर झूमते नजर आए।