Lucknow: उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। राज्य में मॉनसून फिलहाल कमजोर हो गया है, जिससे तापमान में इज़ाफा और बढ़ती उमस ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। दिन में चिलचिलाती धूप और रात में चिपचिपी गर्मी से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एयर कंडीशनर और कूलर के बावजूद लोग राहत महसूस नहीं कर पा रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में कोई सक्रिय मौसमी तंत्र नहीं है, जिससे आने वाले 3-4 दिनों तक बारिश की गतिविधियां कम रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भाग में दो निम्न दबाव क्षेत्र बने हैं, जिनके कारण मॉनसून द्रोणी अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है। इसी वजह से उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां फिलहाल कमजोर हो गई हैं।
18 अगस्त की स्थिति की बात करें तो, पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, लेकिन भारी बारिश की संभावना नहीं है। अगले दो दिनों, यानी 19 और 20 अगस्त को भी कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि यह वर्षा अधिक प्रभावी नहीं होगी और न ही इससे तापमान में बहुत राहत मिलेगी।
21 अगस्त को मौसम थोड़ा सक्रिय हो सकता है, खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में, जहां मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। इससे पहले तक राज्य के अधिकतर भागों में उमस और गर्मी का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने 18 से 21 अगस्त तक के लिए किसी प्रकार की चेतावनी जारी नहीं की है।
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी समेत कई जिलों में अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जबकि रात का तापमान भी 28 डिग्री सेल्सियस के करीब बना हुआ है। इन परिस्थितियों में लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
मौसम विभाग के अनुसार, 22 और 23 अगस्त को प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। इन दो दिनों के दौरान पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सों में मौसम सक्रिय होने की संभावना है।