प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के शेषावतार मंदिर में पूजा कर रहे हैं। यहां दर्शन के बाद वह रामलला के दरबार में पहुंचकर आगे की विधियां पूरी करेंगे। शहर में माहौल श्रद्धा और उत्साह से भरा है।
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प्रधानमंत्री मोदी आज अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर 10×20 फुट का पवित्र भगवा ध्वज फहराएंगे। विवाह पंचमी के शुभ मुहूर्त पर होने वाला यह कार्यक्रम मंदिर निर्माण पूर्ण होने और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक माना जा रहा है।
राम मंदिर धर्म ध्वज
राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्मभूमि परिसर से प्रस्थान कर गए। साकेत कॉलेज स्थित हेलीपैड से हेलीकॉप्टर द्वारा वह अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से प्रधानमंत्री विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराया, जिसके साथ ही अयोध्या में खुशी की लहर दौड़ गई। पूरा शहर जय श्री राम के नारों से गूंज उठा और श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के धर्म ध्वज फहराने के बाद कहा, "ये धर्म ध्वजा केवल एक ध्वज नहीं, ये भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज है. ये ध्वज संघर्ष से सृजन की गाथा है, सदियों से चले आ रहे स्वप्नों का साकार स्वरूप है।"
संबोधन समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में ध्वजारोहण समारोह के आमंत्रित अतिथियों का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके साथ रहे। पीएम ने साधुओं, गणमान्य लोगों और अन्य मेहमानों से मिलकर उनका स्वागत किया।
राम मंदिर के लिए मिलने वाला हर छोटा-बड़ा दान सीधे ट्रस्ट के बैंक खातों में जमा किया जाता है। दान देने वालों में आम श्रद्धालुओं से लेकर बड़ी कंपनियां तक शामिल हैं। कोई नकद दान करता है, तो कोई सोना-चांदी जैसी कीमती वस्तुएं अर्पित करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धालुओं और अतिथियों को संबोधित कर रहे हैं। राम मंदिर में ध्वजारोहण के बाद उनका यह संबोधन शुरू हुआ, जिसे लेकर लोगों में उत्साह दिखा। पूरा परिसर भक्ति और उमंग के माहौल से भरा है।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि 500 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार हिंदू समाज ने अपना सत्य स्थापित कर दिया है। उन्होंने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि आज की घटना हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।
RSS प्रमुख ने कहा कि राम मंदिर के पूर्ण होने के साथ हमारे सभी प्रयास सफल और सार्थक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आज राम राज्य का ध्वज वास्तव में फहराया गया है, जो पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है।
अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं और उपस्थित अतिथियों को संबोधित किया। उन्होंने राम मंदिर ध्वजारोहण को ऐतिहासिक क्षण बताया और अयोध्या के विकास के लिए जारी प्रयासों पर बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराया। ध्वजारोहण के साथ ही पूरे परिसर में जय श्री राम के जयकारे गूंज उठे। श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर है और अयोध्या भक्ति और उल्लास के माहौल में डूबी हुई है।
राम मंदिर के शिखर पर पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर शैली में तैयार किए गए शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराया जाएगा। वहीं मंदिर को घेरे 800 मीटर लंबा पार्कोटा दक्षिण भारतीय वास्तुकला में बना है, जो राम मंदिर की अनोखी सांस्कृतिक और स्थापत्य विविधता को दर्शाता है।
राम मंदिर में धर्म ध्वज फहराने का शुभ क्षण करीब है। परिसर में मौजूद गणमान्य अतिथि और श्रद्धालु उत्सुकता से ध्वजारोहण समारोह का इंतजार कर रहे हैं। पूरे मंदिर परिसर में भक्ति और उमंग का माहौल नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की आराधना की। दर्शन के दौरान पूरा परिसर पूजा के माहौल में डूबा रहा और श्रद्धालुओं में उत्साह दिखा। पीएम अब आगे की धार्मिक विधियों और ध्वजारोहण कार्यक्रम की ओर बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के समक्ष पूजा-अर्चना की। दर्शन के दौरान पूरा परिसर भक्तिमय माहौल से भरा रहा। पीएम के पहुंचते ही सुरक्षा और श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई। इसके बाद वह ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के शेषावतार मंदिर में पूजा कर रहे हैं। यहां दर्शन के बाद वह रामलला के दरबार में पहुंचकर आगे की विधियां पूरी करेंगे। शहर में माहौल श्रद्धा और उत्साह से भरा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर पहुंचने से पहले सप्त मंदिर में पूजा-अर्चना की। यहां दर्शन करने के बाद वह श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की ओर रवाना हुए। शहर में भक्तों और श्रद्धालुओं में खास उत्साह देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो करते हुए राम मंदिर पहुंच गए। उन्होंने वीआईपी गेट नंबर 11 से प्रवेश किया। पीएम सबसे पहले सप्त ऋषि, शेषावतार और अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद रामलला के दर्शन कर मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराएंगे।
अयोध्या में धर्म ध्वज फहराने के कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। पीएम के आगमन पर शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और भक्तों में उत्साह नजर आ रहा है।
सप्तपुरियों में श्रेष्ठ श्री अयोध्या धाम में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। pic.twitter.com/768R6ocIBz
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 25, 2025
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो शुरू हो गया है। एक किलोमीटर लंबे मार्ग पर 12 स्थानों पर स्वागत बिंदु बनाए गए हैं। सात जगहों पर सांस्कृतिक मंच तैयार हैं, जहां लोक कलाकार संगीत और नृत्य से उनका स्वागत कर रहे हैं।
अयोध्या में धर्म ध्वज फहराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच गए हैं। उनका हेलीकॉप्टर साकेत कॉलेज उतरा, जहां से वह रोड शो करते हुए श्रीराम जन्मभूमि परिसर की ओर बढ़ेंगे। शहर में उत्साह और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है।
Ayodhya: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार, 25 नवंबर को अयोध्या पहुंचेंगे और श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराएंगे। यह ऐतिहासिक क्षण मंदिर निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक माना जा रहा है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री सुबह 10 बजे सप्तमंदिर पहुंचकर दर्शन करेंगे, जिसमें महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी से जुड़े मंदिर शामिल हैं। इसके बाद वह शेषावतार मंदिर जाएंगे।
इसके बाद सुबह करीब 11 बजे प्रधानमंत्री माता अन्नपूर्णा मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। यहां से निकलकर प्रधानमंत्री राम दरबार गर्भगृह में दर्शन करेंगे, जिसके बाद रामलला गर्भगृह में जाकर पूजा करेंगे। पीएमओ के अनुसार दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराएंगे। यह ध्वज मंदिर निर्माण के पूर्ण होने और भारत की सांस्कृतिक एकता के नए अध्याय की शुरुआत का संदेश देगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार धर्म ध्वज का आकार समकोण त्रिभुजाकार है। इसकी ऊंचाई 10 फुट और लंबाई 20 फुट है। ध्वज पर दीप्तिमान सूर्य की छवि अंकित है, जो भगवान राम की तेजस्विता और पराक्रम का प्रतीक है। इसके अलावा ध्वज पर ‘ॐ’ का चिन्ह और कोविदार वृक्ष की आकृति भी बनी है। यह ध्वज राम राज्य के सिद्धांतों, गरिमा, आध्यात्मिकता, सांस्कृतिक निरंतरता और एकता का संदेश देगा।
पीएमओ के अनुसार यह भगवा ध्वज पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर वास्तुशैली में निर्मित शिखर के शीर्ष पर स्थापित किया जाएगा। मंदिर का 800 मीटर लंबा परकोटा दक्षिण भारतीय वास्तुशैली में डिजाइन किया गया है, जो भारत की विविध सांस्कृतिक और वास्तु परंपराओं को एक साथ जोड़ता है। यह अनोखा संगम राम मंदिर को विशेष वास्तु पहचान देता है।
मंगलवार का कार्यक्रम अत्यंत शुभ माना जा रहा है, क्योंकि यह आयोजन मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर हो रहा है, जिसे श्री राम और माता सीता की विवाह पंचमी का पावन मुहूर्त माना जाता है। इस शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या की जनता और देशवासियों को संबोधित भी करेंगे।
प्रधानमंत्री की यात्रा और मंदिर शिखर पर धर्म ध्वज फहराने की घोषणा के बाद अयोध्या में उत्सव का वातावरण है। शहर में सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है, जबकि मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों को भव्य रोशनी और फूलों से सजाया गया है। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने को लेकर उत्साह है।