हिंदी
हरदोई में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कर जनता को पेड़ों के संरक्षण और पर्यावरण संतुलन के लिए प्रेरित किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती
Hardoi: उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद में आज जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल "एक पेड़ मां के नाम" से प्रेरित होकर हरदोई में वृक्षारोपण कर अभियान को नई गति दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ एक पेड़ रोपा, बल्कि आमजन को जागरूक करते हुए पेड़ों के संरक्षण का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना जितना जरूरी है, उससे कहीं अधिक आवश्यक है उसे जीवित और सुरक्षित रखना।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती ने पेड़ लगाने के साथ ही उसका संरक्षण करने पर भी जोर दिया, पेड़ लगाने के बाद उन्होंने कहा कि सभी को अपने जीवन काल में जितना ज्यादा हो सके वृक्ष लगाने चाहिए और उनका संरक्षण भी करना चाहिए।
प्रेमावती ने कोरोना काल की याद दिलाते हुए कहा कि जब ऑक्सीजन की कमी से देश ने सैकड़ों जानें गंवाईं, तब हमें पेड़ों के महत्व का सही अर्थ समझ में आया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने जीवन में कम से कम पांच पेड़ लगाएं और उनका पालन-पोषण करें, ठीक उसी तरह जैसे माता-पिता अपने बच्चों की देखभाल करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से आने वाले समय में ऑक्सीजन की भारी कमी हो सकती है। इस खतरे से बचने के लिए आज ही से वृक्षारोपण को एक संस्कार के रूप में अपनाना होगा। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे इस अभियान को व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानते हुए अपने जीवन में अपनाएं और अगली पीढ़ी को भी इस परंपरा से जोड़ें।
प्रेमावती ने यह स्पष्ट किया कि केवल वृक्ष लगाना पर्यावरण को बचाने के लिए काफी नहीं है, बल्कि उनका संरक्षण और देखभाल भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पेड़ लगाने से मानवता को लाभ होगा और पर्यावरण संतुलन भी बना रहेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक पेड़ मां के नाम मिशन भारत सरकार और राज्य सरकारों की एक प्रेरणादायक पर्यावरणीय पहल है, जिसका उद्देश्य वृक्षारोपण को एक भावनात्मक और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ना है। इस अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी।