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Sonbhadra News: बरबसपुर गांव में गंदगी का अंबार, सफाईकर्मी नदारद… ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

सोनभद्र के बरबसपुर गांव में नियमित सफाई न होने से गंदगी का अंबार लग गया है। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर नए सफाईकर्मी की मांग की है।
Post Published By: सौम्या सिंह
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Sonbhadra News: बरबसपुर गांव में गंदगी का अंबार, सफाईकर्मी नदारद… ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

Sonbhadra: सोनभद्र जिले के चतरा ब्लॉक अंतर्गत गुल्लीडार ग्राम पंचायत के राजस्व गांव बरबसपुर में लगातार सफाई व्यवस्था की अनदेखी के चलते क्षेत्र में गंदगी का अम्बार लग गया है। इससे तंग आकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर आकर्षित किया।

सफाईकर्मी नदारद, गांव में फैली गंदगी

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में वर्षों से नियमित सफाई नहीं हो रही है। एक ही सफाई कर्मचारी की नियुक्ति है, जो महीनों से क्षेत्र में दिखाई ही नहीं देता। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, नालियां जाम हैं और मंदिर परिसर में भी गंदगी फैली हुई है। इससे पूरे गांव में दुर्गंध फैल रही है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। छोटे बच्चे इसी वातावरण में खेलते हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

स्थानीय निवासी रामपति ने बताया, ‘गांव की हालत बहुत खराब है। सफाईकर्मी महीनों से सफाई करने नहीं आ रहा है। कूड़े के अंबार से गांव का वातावरण दूषित हो चुका है। विशेषकर मंदिर परिसर की सफाई तो प्राथमिकता में होनी चाहिए, लेकिन वहां भी गंदगी फैली है। हमारी मांग है कि यहां नियमित रूप से सफाई की जाए और एक अतिरिक्त सफाईकर्मी की नियुक्ति की जाए।’

क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रवण कुमार ने भी ग्रामीणों का समर्थन करते हुए कहा, ‘बरबसपुर गांव में पिछले कई वर्षों से सफाईकर्मी नियमित रूप से ड्यूटी पर नहीं आता। हमने कई बार सचिव से शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। त्योहारों पर ग्रामीण खुद श्रमदान करके मंदिर और आस-पास की सफाई करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस सफाईकर्मी को हर महीने वेतन मिल रहा है, वह अपनी जिम्मेदारी निभाने नहीं आता।’

गांव में जमीनी स्तर पर हालात बेहद चिंताजनक

श्रवण कुमार ने मांग की कि यदि वर्तमान सफाईकर्मी मोहनलाल यहां ड्यूटी पर नहीं आ सकता, तो उसकी जगह किसी और को नियुक्त किया जाए। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब सफाईकर्मी ड्यूटी पर आता ही नहीं, तो उसका वेतन कैसे जारी हो रहा है। उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

गांव के सचिव विनय सिंह पर भी आरोप लगे कि वे सिर्फ आश्वासन देते हैं लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाते। जब भी सफाई की शिकायत की जाती है, वे केवल यह कहते हैं कि सफाईकर्मी भेजा जाएगा, लेकिन कभी कोई सफाईकर्मी पहुंचता ही नहीं।

ग्रामीणों की एकमात्र मांग है कि गांव में स्वच्छता सुनिश्चित की जाए और शासन प्रशासन इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे। सरकार स्वच्छ भारत अभियान चला रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात बेहद चिंताजनक हैं।

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