

यूपी के आजमगढ़ में सीएम योगी की जनसभा में पुलिसकर्मी और भाजपा नेता के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली है, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सीएम योगी की जनसभा में पुलिसकर्मी और भाजपा नेता में कहासुनी (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
Azamgarh: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक पुलिसकर्मी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता के बीच तीखी झड़प हो गई। यह घटना जिले के सठियांव विकासखंड के केरमा गांव में हुई, जहां सीएम योगी एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जनसभा स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशासन की ओर से पुलिस बल को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया था ताकि कार्यक्रम में किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो। इसी क्रम में एक पुलिसकर्मी ने एक भाजपा नेता को कार्यक्रम स्थल के एक विशेष हिस्से की ओर जाने से रोकने की कोशिश की। यह रोक-टोक भाजपा नेता को नागवार गुजरी और उन्होंने पुलिसकर्मी से बहस शुरू कर दी। धीरे-धीरे बहस इतनी तेज हो गई कि दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी और तीखी नोकझोंक होने लगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह विवाद इतना बढ़ गया कि वहां मौजूद अन्य पुलिस अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा। अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत कराया और भाजपा नेता को कार्यकर्ता गैलरी में जाने की अनुमति दी गई। इस दौरान कुछ समय के लिए सभा स्थल पर तनाव का माहौल बन गया और लोग असमंजस में पड़ गए।
हालांकि, स्थिति को समय रहते नियंत्रित कर लिया गया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम निर्धारित समय के अनुसार आगे बढ़ता रहा। सीएम योगी ने अपने भाषण में आजमगढ़ के विकास कार्यों, कानून-व्यवस्था और राज्य सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश में लेते हुए उन्होंने जनता से आगामी चुनावों में भाजपा को समर्थन देने की अपील की।
इस अप्रत्याशित घटना को लेकर स्थानीय लोगों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ लोग इसे सुरक्षा व्यवस्था की सख्ती का परिणाम मान रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि भाजपा नेताओं को कार्यक्रम स्थल पर विशेष छूट की अपेक्षा रहती है, जो कभी-कभी प्रशासनिक व्यवस्थाओं से टकराव का कारण बनती है।
फिलहाल पुलिस प्रशासन ने इस घटना को सामान्य बताया है और कहा है कि जनसभा की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। जनसभा शांतिपूर्वक संपन्न हुई।