रायबरेली में मर्जर के खिलाफ आरएसएम ने निकाला पैदल मार्च, कहा नियमों के विरोध है पेयरिंग

परिषदीय विद्यालयों के मर्जर के विरोध में गुरुवार को राष्ट्रीय सचिव महासंघ ने मार्च फास्ट निकाला। शिक्षकों ने बुलंद अवसर में एक साथ कहा कि प्रमुख सचिव बेसिक और डीजी की यह तानाशाही बिल्कुल नहीं चलेगी।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 3 July 2025, 8:33 PM IST
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Raebareli: परिषदीय विद्यालयों के मर्जर के विरोध में गुरुवार को राष्ट्रीय सचिव महासंघ ने मार्च फास्ट निकाला। शिक्षकों ने बुलंद अवसर में एक साथ कहा कि प्रमुख सचिव बेसिक और डीजी की यह तानाशाही बिल्कुल नहीं चलेगी। शिक्षकों ने विकास भवन से पैदल मार्च निकलाते हुए डिग्री कॉलेज चौराहा होते हुए कचहरी रोड से अंबेडकर चौक पहुंचा। यहां से शिक्षकों ने मशाल जलाकर विरोध किया और कहा कि यह तानाशाही बिल्कुल ही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों के साथ ही साथ प्रधानों पर दबाव बनाकर विद्यालयों को मर्जर करने का आदेश निकल गया है। संगठन 20 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिये गये ज्ञापन पत्र के पश्चात भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारियों के नियम विरुद्ध मनमाने पूर्णं ढंग से दिये गये प्रस्ताव पर युग्मन/मर्जर आदेश निर्गत किया गया है। संगठन से संवाद स्थापित न करने से छात्रों और शिक्षकों के समक्ष अंधकारमय भविष्य है।

उन्होंने कहा कि डीजी की तरफ से स्पष्ट कहा गया है कि एमसी एमसी की समिति के बिना कोई भी विद्यालय मर्ज नहीं किया जाएगा। लेकिन जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपना नंबर बढ़ाने के लिए प्रधानाध्यापकों पर जबरदस्ती दबाव बनाकर सहमति ले ली है। यह बिल्कुल ही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में जिस तरीके से विद्यालयों के मर्जर का आदेश निकल गया है। यह पूरी तरीके से गलत है और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ इसका विरोध करता है।

उन्होंने कहा कि अगर विद्यालयों का मर्जर नहीं बंद किया गया तो हम लोग विधायक को सांसदों के साथ ही साथ अन्य अधिक उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देने के साथी जिला जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे। जिला महामंत्री संजय कनौजिया ने कहा कि विद्यालयों का मर्जर पूरी तरीके से गलत है और इसका विरोध किया जाता रहेगा।

उन्होंने कहा कि 4 से 7 जुलाई तक सांसद, विधायक, सदस्य विधान परिषद, अध्यक्ष जिला पंचायत, ब्लॉक प्रमुख, ग्राम प्रधान आदि को RTE एक्ट के उल्लघंन एवं नियम विरुद्ध युग्मन/मर्जर वाले विद्यालयों की जानकारी देना और जनजागरण अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि को अपराह्न 03 बजे से 4:30 बजे तक कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर धरना-प्रदर्शन तत्पश्चात 05 बजे जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा। इस मौके पर इस मौके पर जिला संगठन मंत्री मधुकर सिंह, संजय सिंह, बृजेंद्र, विजय सिंह, रणविजय सिंह गंगा पारी, अनूप, प्रतिमा सिंह, शशि देवी, हरिमोहन यादव, हरिवंश सिंह, अनुराग मिश्रा, कौशलेंद्र सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

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