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आरपीएफ ने डीडीयू जंक्शन पर दो अलग-अलग ट्रेनों से सात नाबालिग बच्चों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया। दो तस्करों को गिरफ्तार कर जिला पुलिस को सौंपा गया। बच्चों की काउंसलिंग के बाद उन्हें चाइल्डलाइन को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Chandauli: दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित डीडीयू (दुमका-डुमका यूनियन) जंक्शन पर आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने मानव तस्करों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। डीडीयू आरपीएफ ने दो अलग-अलग ट्रेनों से सात नाबालिक बच्चों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया और दो आरोपी तस्करों को गिरफ्तार किया। यह सफलता संयुक्त रूप से आरपीएफ, बीबीए और चाइल्डलाइन की टीम ने हासिल की।
पहली घटना प्लेटफार्म संख्या 3 पर आई गांधीधाम एक्सप्रेस से जुड़ी थी, जिसमें चार नाबालिक बच्चों को मानव तस्कर से मुक्त कराया गया। इस मामले में एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया, जो बिहार के कटिहार से बच्चों को ज्वेलरी कारखाने में मजदूरी कराने के लिए गुजरात के जामनगर ले जा रहा था। दूसरी घटना प्लेटफार्म संख्या 7 पर आई सियालदह-जयपुर अजमेर एक्सप्रेस से हुई, जिसमें तीन नाबालिक बच्चों को मानव तस्कर के चंगुल से मुक्त कराया गया और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस तस्कर का लक्ष्य झारखंड के चतरा जिले के बच्चों को राजस्थान के जयपुर स्थित चूड़ी फैक्ट्री में जबरन मजदूरी कराने का था।
आरपीएफ अधिकारियों के अनुसार, दोनों तस्करों ने बच्चों के परिजनों को हर महीने ₹10,000 देने का लालच देकर नाबालिगों को अपने साथ ले जाने की साजिश रची थी। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की मानव तस्करी की घटनाएं अक्सर बच्चों के भविष्य और उनकी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा होती हैं। लेकिन डीडीयू जंक्शन पर तैनात आरपीएफ टीम की सतर्कता और तीव्र कार्रवाई ने बच्चों को सुरक्षित बचा लिया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रदीप रावत ने बताया, “हमने दोनों मामलों में तस्करों को गिरफ्तार कर जिला मुगलसराय कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी काउंसलिंग के बाद उन्हें चाइल्डलाइन को सौंपा गया। साथ ही, उनके परिजनों को विधिक प्रक्रिया और बच्चों की सुरक्षा के संबंध में जानकारी दी गई।”
चंदौली: आरपीएफ ने मानव तस्करों से 7 नाबालिग बच्चों को बचाया, 2 तस्कर गिरफ्तार#UPNews #ChandauliRPF #ChildRescue @Uppolice pic.twitter.com/EnZ7Xqtyjf
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 7, 2025
आरपीएफ के अधिकारियों ने कहा कि हावड़ा-दिल्ली रेल रूट के महत्वपूर्ण डीडीयू जंक्शन पर यह अभियान एक बड़ा उदाहरण है कि कैसे संयुक्त टीमवर्क और सतर्कता के जरिए मानव तस्करी जैसी गंभीर घटनाओं को रोका जा सकता है। उन्होंने आगे बताया कि बच्चों को बचाने के लिए रेलवे प्लेटफार्मों पर लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है और यात्रियों से भी अपील की गई है कि किसी संदिग्ध गतिविधि को देखकर तत्काल अधिकारियों को सूचित करें।
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आरपीएफ की कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए दोनों तस्करों से दो महत्वपूर्ण साक्ष्य भी बरामद हुए, जो मानव तस्करी के नेटवर्क को उजागर करने में मदद करेंगे। अधिकारियों का कहना है कि ये तस्कर पहले भी विभिन्न राज्यों में बच्चों को जबरन मजदूरी कराने के लिए ले जा चुके थे।