रायबरेली में मिशन शक्ति 5.0 और बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत :पीएम श्री राजकीय बालिका इंटर कॉलेज” में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओं को बाल विवाह प्रतिषेध कानून, सरकारी योजनाओं और सुरक्षा हेल्पलाइन नंबरों की विस्तृत जानकारी दी गई।

बालिकाओं को ‘‘बाल विवाह मुक्त भारत’’ की दिलाई गई शपथ
Raebareli: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश और जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा के कुशल मार्गदर्शन में महिला कल्याण विभाग द्वारा मिशन शक्ति 5.0 और बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन "पीएम श्री राजकीय बालिका इंटर कॉलेज" में किया गया। बालिकाओं में कानूनी जानकारी, सुरक्षा जागरूकता और लैंगिक समानता की समझ बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय प्रशासन, महिला कल्याण विभाग के अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
लड़कियों को बताया- कोई बाल विवाह करे तो आप क्या करोगी?
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाचार्या स्मिता मिश्रा ने बाल विवाह मुक्त भारत की शपथ दिलाकर की। उन्होंने कहा कि बाल विवाह जैसी कुप्रथाएं समाज को पीछे ले जाती हैं, इसलिए छात्राओं का जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। उप प्रधानाचार्या सुमन सिंह और स्मिता सिंह ने कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के प्रावधानों, दंडों और इससे जुड़े कानूनी अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कानून बालिकाओं और बालकों के अधिकारों की रक्षा करता है और किसी भी प्रकार के बाल विवाह को रोकने के लिए ठोस प्रावधान प्रदान करता है।
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गुड टच और बैड टच की जानकारी
जिला मिशन कोऑर्डिनेटर शेफाली सिंह ने छात्राओं से गुड टच और बैड टच के विषय पर संवाद किया। उन्होंने किशोरियों को बताया कि किसी भी संदिग्ध परिस्थिति या अवांछित स्पर्श की स्थिति में तुरंत अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और साहसपूर्वक इसकी शिकायत करें। उन्होंने बाल सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण टोल फ्री नंबरों 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन), 1090 (महिला सुरक्षा), 181 (महिला हेल्पलाइन) और 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन) की जानकारी देकर उनके उपयोग की प्रक्रिया भी समझाई, जिससे लड़कियां आवश्यकता पड़ने पर सही समय पर सही सहायता प्राप्त कर सकें।
समाज की बुराइयों से लड़ने का शासन मिला
जेंडर स्पेशलिस्ट पूजा तिवारी ने सरकार द्वारा संचालित कई कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, स्पॉन्सरशिप योजना और निराश्रित विधवा पेंशन योजना की पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में छात्राओं को अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होंने घरेलू हिंसा की रोकथाम, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, दहेज प्रथा पर रोक और बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि जागरूकता और शिक्षा ही ऐसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है।
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इन लोगों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम का समापन विद्यालय के संपूर्ण स्टाफ और उपस्थित अतिथियों द्वारा बाल विवाह को जड़ से समाप्त करने के दृढ़ संकल्प के साथ किया गया। सभी ने यह प्रतिज्ञा ली कि वे अपने आस-पास किसी भी प्रकार के बाल विवाह की सूचना तुरंत प्रशासन को देंगे और समाज को जागरूक बनाने में अपना योगदान देंगे। इस अवसर पर कमला फाउंडेशन की अध्यक्ष और समाजसेविका पूनम सिंह, विद्यालय की महिला टीचर पूर्णिमा गुप्ता, माधुरी कन्नौजी, नूपुर गुप्ता, नेहा सिंह और मीना सिंह सहित विद्यालय की कई छात्राएं मौजूद रही।