

पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने प्रशासनिक और जनहित में दो निरीक्षकों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है। रसड़ा कोतवाल विपीन सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया और उनकी जगह निरीक्षक योगेन्द्र बहादुर सिंह को कोतवाली की कमान सौंपी गई। इससे पहले, योगेन्द्र बहादुर सिंह का नाम ABVP के सदस्यों से हुए विवाद में आया था, जिसके बाद उन्हें लाइन हाजिर किया गया था। अब उन्हें पुनः यह जिम्मेदारी दी गई है।
पुलिस प्रशासन में फेरबदल
Ballia: पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने प्रशासनिक हितों और जनहित को ध्यान में रखते हुए दो निरीक्षकों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है। इस बदलाव के तहत रसड़ा कोतवाल विपीन सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। अब उनकी जगह निरीक्षक योगेन्द्र बहादुर सिंह को रसड़ा कोतवाली की कमान सौंप दी गई है।
ABVP और योगेन्द्र बहादुर सिंह के बीच विवाद
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के दौरान तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र बहादुर सिंह से उनका विवाद हो गया था। इसके बाद, ABVP के सदस्यों ने धरना प्रदर्शन किया था, जिस कारण योगेन्द्र बहादुर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया था।
सुर्खियों में छाया था योगेन्द्र बहादुर सिंह का नाम
इस विवाद के बाद योगेन्द्र बहादुर सिंह का नाम सुर्खियों में आया था, लेकिन अब पुलिस अधीक्षक ने उन्हें पुनः रसड़ा कोतवाली की जिम्मेदारी सौंपी है। यह बदलाव प्रशासनिक जरूरतों और पुलिस अधिकारियों के कामकाजी माहौल को बेहतर बनाने के लिए किया गया है।
पुलिस प्रशासन में नयापन और सुधार की उम्मीद
एसपी ने स्थानांतरण आदेश जारी करते हुए निरीक्षकों से तत्काल आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों से अपेक्षा की गई है कि वे अपने कार्य क्षेत्र में अच्छे से काम करें और जनहित में अपने कर्तव्यों का पालन करें। इस फेरबदल के बाद से पुलिस प्रशासन में नयापन और सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
पीपीएस अधिकारियों के तबादले
कुछ समय पहले प्रदेश में कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए पीपीएस अधिकारियों के तबादले का आदेश जारी हुआ था। बता दें कि तबादलों की यह लिस्ट शुक्रवार रात जारी हुई थी।। इस सूची के अनुसार, अपर पुलिस अधीक्षक (ASP), क्षेत्राधिकारी (CO) जैसे पदों पर तैनात कई अधिकारियों को नई जिम्मेदारी दी गई है।
इस नई लिस्ट में लखनऊ, कानपुर, मेरठ, वाराणसी, आगरा समेत कई ज़िलों के अधिकारी शामिल हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 67 पीपीएस अधिकारियों को बड़ी राहत देते हुए उन्हें सीनियर डिप्टी एसपी के पद पर प्रमोट कर दिया है। वहीं इन अधिकारियों को अब 6600 ग्रेड पे और ज्येष्ठ वेतनमान का लाभ मिलेगा। यह प्रमोशन सेवा अवधि और प्रदर्शन के आधार पर दिया गया है। पहले इन्हें 5400 ग्रेड पे पर प्रोन्नति दी गई थी, जिसके बाद अब ये वरिष्ठ वेतनमान के दायरे में आ गए हैं।अब ये अधिकारी आधिकारिक रूप से Sr. DSP के पदनाम से पहचाने जाएंगे, जिससे उनके कद और जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी।