Raebareli: रायबरेली में नशीली दवाओं, अवैध शराब निर्माण और अफीम की अवैध खेती को रोकने के उद्देश्य से एनकार्ड की बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने संयुक्त रूप से की।
मेडिकल स्टोरों के खिलाफ सख्त कदम
बैठक में जिले में अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत समीक्षा की गई और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की गई। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अवैध अफीम की खेती पाए जाने वाले स्थानों पर तुरंत कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि नशीली दवाओं के अवैध व्यापार में लिप्त मेडिकल स्टोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
युवाओं में नशे की प्रवृत्ति
जिलाधिकारी ने नशा मुक्ति अभियान को और प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि विद्यार्थियों और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जाए। उनका मानना है कि युवाओं में नशे की प्रवृत्ति पर नियंत्रण लाना ही समाज में स्थायी बदलाव का आधार है।
पुलिस और संबंधित विभाग सक्रिय
जिला आबकारी अधिकारी ने बैठक में बताया कि जनपद में अवैध कच्ची शराब के निर्माण करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में भी इस दिशा में कठोर प्रवर्तन जारी रहेगा। एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने निर्देश दिए कि नशीली दवाओं और अवैध शराब पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और संबंधित विभाग सक्रिय रहें।
बैठक में जिला आबकारी अधिकारी दिनेश कुमार, एसीएमओ डॉ. अरविंद, जिला विद्यालय निरीक्षक संजीव सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर आगामी अभियान की रूपरेखा तैयार की और कार्रवाई के लिए जिम्मेदारियां तय की।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नशे की रोकथाम के लिए जनजागरूकता कार्यक्रमों को नियमित रूप से संचालित किया जाए और जनता के सहयोग से अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाया जाए।
इस बैठक से यह संदेश स्पष्ट हुआ कि रायबरेली प्रशासन नशीली दवाओं, अवैध शराब और अफीम की अवैध खेती के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए है। जिले में नशा मुक्ति अभियान और कड़ी कार्रवाई के माध्यम से कानून-व्यवस्था मजबूत बनाने का प्रयास लगातार जारी रहेगा।

