24 साल से ये मुस्लिम डॉक्टर कर रहे कावड़ियों की सेवा, पढ़िए बाबू खान की अनोखी कहानी

बागपत के कावड़ मेले में डॉक्टर बाबू खान पिछले 24 वर्षों से शिव भक्तों की नि:स्वार्थ सेवा कर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं। श्रावण मास में वे अपने क्लीनिक को बंद कर मुफ्त चिकित्सा सेवा देते हैं। उनकी यह सेवा न केवल श्रद्धालुओं को राहत देती है, बल्कि समाज में प्रेम और सौहार्द का संदेश भी फैलाती है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 18 July 2025, 11:06 AM IST
google-preferred

Baghpat News: कावड़ मेले के दौरान यहां हिंदू-मुस्लिम एकता की एक अनोखी और प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। डॉक्टर बाबू खान पिछले 24 वर्षों से शिव भक्तों की नि:स्वार्थ सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि मानवता और सद्भाव किसी भी धार्मिक सीमा में बंधे नहीं होते।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, 50 वर्षीय डॉक्टर बाबू खान श्रावण मास के दौरान एक सप्ताह तक अपने निजी क्लीनिक को बंद रखकर शिव कावड़ सेवा शिविर में सेवा देते हैं।

हर प्रकार की बीमारी का करते है इलाज

डॉक्टर बाबू खान शिव कावड़ सेवा समिति के सक्रिय पदाधिकारी हैं और अपनी मेडिकल टीम के साथ शिविर में लगातार उपस्थित रहते हैं। हरिद्वार से वापस लौटने वाले कावड़ियों को वे मुफ्त में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते हैं। मरहम-पट्टी से लेकर गंभीर बीमारियों के इलाज तक की सुविधा शिविर में मुहैया कराई जाती है। उनके प्रयासों से हजारों श्रद्धालुओं को राहत मिली है।

"मेरे लिए गर्व और सौभाग्य की बात"

डॉक्टर खान का कहना है कि शिव भक्तों की सेवा से उन्हें आत्मिक शांति मिलती है। वे कहते हैं, "भगवान की तपस्या में लगे लोगों की सेवा करना मेरे लिए किसी बड़े आशीर्वाद से कम नहीं। यह मेरे लिए गर्व और सौभाग्य की बात है।" उन्होंने कहा कि इस सेवा के माध्यम से वे समाज में सांप्रदायिक सौहार्द और एकता को बढ़ावा देना चाहते हैं।

हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल

डॉक्टर बाबू खान की यह सेवा न केवल शिव भक्तों के लिए राहत का स्रोत बनी है, बल्कि पूरे इलाके में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की एक मिसाल भी प्रस्तुत करती है। स्थानीय प्रशासन और समाज के लोगों ने भी उनकी इस समर्पित सेवा की खूब सराहना की है।

डॉक्टर बाबू खान की यह कहानी एक प्रेरणा

यह अनूठी पहल यह संदेश देती है कि धार्मिक भेदभाव से ऊपर उठकर जब मनुष्य की सेवा की जाती है। तब वह समाज में प्रेम, सद्भाव और शांति का सबसे बड़ा माध्यम बन जाती है। बागपत के कावड़ मेले में डॉक्टर बाबू खान की यह कहानी एक प्रेरणा है जो हर दिल को छू जाती है।

Location : 
  • Baghpat

Published : 
  • 18 July 2025, 11:06 AM IST

Related News

No related posts found.