महराजगंज में एक्स-रे टेक्नीशियन पर 10 हजार रुपये लेकर हड्डी टूटी दिखाने के आरोप लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने टेक्नीशियन को निलंबित करने की सिफारिश की और तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया। समिति को तीन दिनों में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।

एक्स-रे टेक्नीशियन को निलंबित करने की सिफारिश (Img: Google)
Maharajganj: सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल हुई एक खबर ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है। खबर के अनुसार, कुछ लोग 10 हजार रुपये देकर एक्स-रे रिपोर्ट में हड्डी को जानबूझकर टूटी दिखवा रहे थे। इस मामले में एक्स-रे टेक्नीशियन जय प्रकाश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए टेक्नीशियन के खिलाफ निलंबन की सिफारिश की है। आरोप है कि वह सही हड्डी को ठीक होने के बावजूद टूटी दिखाकर मरीजों और कानूनी मामलों में लोगों को फंसाने का खेल कर रहे थे।
इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। समिति के सदस्यों में डॉ. आशुतोष कुमार को अध्यक्ष, डॉ. राजीव यादव (परामर्शदाता) को सदस्य सचिव और डॉ. राकेश रमन (परामर्शदाता) को सदस्य बनाया गया है। समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वह वायरल खबर में उल्लिखित सभी तथ्यों और आरोपों की गहन जांच करे और तीन कार्य दिवसों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
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जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि मरीजों के स्वास्थ्य और विश्वास से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा। स्थानीय नागरिक इस कदम को सकारात्मक मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से स्वास्थ्य क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ेगी और भविष्य में इस प्रकार की धांधली पर रोक लगेगी।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ऐसी घटनाओं की दोबारा रोकथाम के लिए एक्स-रे और अन्य चिकित्सकीय प्रक्रियाओं की निगरानी सख्त की जाएगी। विभाग का यह भी कहना है कि किसी भी स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मरीजों के साथ धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महराजगंज प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि जांच निष्पक्ष और त्वरित हो, ताकि स्वास्थ्य क्षेत्र में किसी भी तरह की अनियमितता को जल्द से जल्द रोका जा सके।