

यूपी एसटीएफ ने जरायम की दुनिया में अपनी पैठ बनाने वाले गिरोह का खुलाशा किया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नाबालिग को अगवा करने का मास्टर माइण्ड शिवबाबू मौर्या
लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने कौशाम्बी जनपद में नाबालिग बच्चे को अगवा कर फिरौती की रकम मांगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने रविवार को 50 हजार के इनामी सरगना को गिरफ्तार किया है।
आरोपी पर उत्तर प्रदेश के थाना सैनी, जनपद कौशाम्बी में संबंधित धाराओं मु0अ0सं0-121/2025 धारा-140 (2)/140(3)/351(3)/3(5) में मामले दर्ज हैं। वह बी०एन०एस० में वांछित और 50 हजार रुपये पुरस्कार का घोषित बदमाश है।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान शिवबाबू मौर्या पुत्र राम गोपाल, निवासी पिपरकुण्डी पो० गुआरा, थाना करारी, जनपद कौशाम्बी के रूप में हुई है। एसटीएफ ने इनामी अभियुक्त को थाना क्षेत्र सैनी के रोडवेज बस अड्डा के पास, जनपद कौशाम्बी से रविवार को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से फरार और पुरस्कार घोषित अपराधियों के अपराधों में सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी। जिस पर एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था।
एसटीएफ प्रयागराज की टीम जनपद कौशाम्बी थाना क्षेत्र सैनी में वांछित अभियुक्तों की तलाश और सूचना संकलन में भ्रमणशील थी। इस दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि थाना सैनी में पंजीकृत और वांछित अभियुक्त शिवबाबू मौर्या रोडवेज बस अड्डा सैनी के पास मौजूद है तथा कहीं बाहर भागने की फिराक में है।
मुखबिर द्वारा दी गयी सूचना को पुख्ता करने के बाद पुलिस ने टीम दबिश देकर रोडवेज बस अड्डा, थाना क्षेत्र सैनी जनपद कौशाम्बी से अभियुक्त शिवबाबू मौर्या को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त शिवबाबू मौर्या ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने भोपाल से डी-फार्मा की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह गाँव में ही प्रैक्टिस कर रहा था। इस बीच उसकी दोस्ती गुड्डू यादव पुत्र राम प्रताप निवासी ग्राम अमुरा, थाना करारी जनपद कौशाम्बी से हुई।
गुड्डू यादव ने अपने दोस्त सुभाष चन्द्र विश्वकर्मा पुत्र राम सिंह निवासी चक सैय्यद अलीपुर थाना करारी जनपद कौशाम्बी, अमित यादव पुत्र अजय सिंह निवासी ग्राम अड़हरा थाना करारी जनपद कौशाम्बी व अरविन्द यादव निवासी टेवा, जनपद कौशाम्बी से उसकी मुलाकात करायी। जिनके साथ इसका भी उठना बैठना शुरू हो गया।
इसी दौरान इन लोगों को ज्ञात हुआ कि अरविन्द यादव के पुराने दोस्त भारत लाल विश्वकर्मा के पिता रामशिरोमणि विश्वकर्मा ने 80 लाख रूपये की जमीन बेची है। इसी लालच में आकर उन्होंने मिलकर रामशिरोमणि के नाबालिक पुत्र प्रतीक विश्वकर्मा उर्फ रितिक विश्वकर्मा का अपहरण करने की योजना बनायी।
घटना को अंजाम देने के लिये उन्होंने रैकी की। अरविन्द यादव ने एक गाडी की व्यवस्था की तथा सभी लोगों को अलग-अलग काम बांट दिया।
शिवबाबू मौर्या ने योजनाबद्ध तरीके से दिनांक 5 अप्रैल 2025 की रात्रि में बरामदे में सो रहे प्रतीक विश्वकर्मा उर्फ रितिक विश्वकर्मा को दवा सुंघाकर बेहोश करके अपहरण कर लिया और वहाँ पर फिरौती के लिए 25 लाख रूपये की एक पर्ची रख दी।
उक्त अपहरण की घटना के सम्बन्ध में थाना सैनी, कौशाम्बी में अभियोग पंजीकृत हुआ था। स्थानीय पुलिस ने तीन आरोपियों (सुभाष विश्वकर्मा, अमित यादव एवं गुड्डू यादव) को गिरफ्तार जेल भेजा दिया था। इस घटना का मास्टर माइण्ड शिवबाबू मौर्या गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर- उधर भाग रहा था। था। जिसे एसटीएफ टीम ने रविवार को कौशाम्बी से दबोच लिया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त शिवबाबू मौर्या के खिलाफ संबंधित धाराओँ में मु०अ०सं०-121/2025 धारा-140 (2) /140(3)/351(3)/3(5) थाना सैनी जनपद कौशाम्बी में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी से केस के बारे में पूछताछ कर रही है।